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23 Jun 2024 · 1 min read

“तलबगार”

“तलबगार”
तलबगार तू नहीं तो
कुछ नहीं बहार में,
मोहब्बत भी कैद रही
ऊँची-ऊँची दीवार में.

2 Likes · 2 Comments · 133 Views
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