मैं वहाँ दूर से चमकता हुआ उस आईने को ऐसे देखा करता जैसे मेरी
सर्द हवाएं
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Movers and Packers in Bhiwani
Subject-I don't believe in God.
तेरे उल्फत की नदी पर मैंने यूंँ साहिल रखा।
हे नवजवान तू क्या कर नहीं सकता
सावरे वो दिन भी, जरूर आयेगा।
Chào mừng bạn đến với Debet, nhà cái hàng đầu tại Việt Nam,
उसकी फितरत ही दगा देने की थी।
(साक्षात्कार) प्रमुख तेवरीकार रमेशराज से प्रसिद्ध ग़ज़लकार मधुर नज़्मी की अनौपचारिक बातचीत
हिंदी के ज्ञानपीठ पुरस्कार (शार्ट ट्रिक)
सियासत में सारे धर्म-संकट बेचारे "कटप्पाओं" के लिए होते हैं।