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7 Oct 2023 · 1 min read

#ग़ज़ल

#ग़ज़ल

लगाया दिल तुझी से है मिली नज़रें हज़ारों से
किसी को चाँद मिल जाए तो हसरत क्या सितारों से/1

मिरी बातें तुझे अच्छी लगे हैं आजकल सारी
हँसी तेरी सदा चाहूँ मुहब्बत के इशारों से/2

बिना तेरे ज़िग़र सूना रहे दिल भी निराशा में
चमन जैसे उजड़ जाए बिना मिलके बहारों से/3

मिली थी अज़नबी बनकर मगर अब जान हो मेरी
नहीं भाए मुझे दुनिया बिना तेरे नज़ारों से/4

तुझे चाहूँ तुझे सुनता रहूँ पलपल नफ़ासत से
रखेगी दूर उल्फ़त ये शिकायत की दरारों से/5

कभी सूरत मुझे भायी वही है खींचती मुझको
लहर मोती यहाँ बनना टकर चाहे किनारों से/6

मिरे ‘प्रीतम’ तुम्हीं दिल की यहाँ बस्ती खिलाए हो
खिला करते यहाँ दिल ज्यों नमन करके मिनारों से/7

#आर.एस.’प्रीतम’
#सर्वाधिकार सुरक्षित ग़ज़ल

Language: Hindi
1 Like · 196 Views
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