तुम अगर कविता बनो तो, गीत मैं बन जाऊंगा।
नारी-शक्ति के प्रतीक हैं दुर्गा के नौ रूप
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
if you love me you will get love for sure.
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*राम तुम्हारे शुभागमन से, चारों ओर वसंत है (गीत)*
वृक्ष हमारी सांस हैं , सबका हैं विश्वास ।
तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा