Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Feb 2024 · 2 min read

चौराहा

चौराहा
———————
गोल गुलंबर , चारो तरफ जाती राहें
पता नही कितने चौराहे
पूर्व नही पश्चिम नही
उत्तर नही दक्षिण नही
जाना चाहता हू जिस भी दिशा में
विपरीत दिशा मुझे खीच लेती है
हाथ मरोड़कर ,, झंझोड़ झंझोडकर
मशीन में डाले गन्ने की तरह
निचोड़ निचोड़कर

मेरे अंतर्मन का द्वंद जारी है
संघर्ष की सीमा है चरम पर
पता नही कब परिणाम की बारी है,
इस मंथन में मेरा कितना क्षय हो रहा है
इन चारों राहों को नही पता
मुझे खींच खींच कर , ,
तोड़ना चाहता है यह चौराहा

दर्द बहुत है, घबराहट है, टूटन है ,
अचरज इस, खुले चौराहे पर भी
इतनी सारी घुटन है

कभी हिला देती है अंदर तक मुझको
सोचता हु अक्सर कितना
और संघर्ष करू
किस किस से लडू
किस किस से बाहें छुड़ाऊ
किस राह पर किस दिशा में
सफर अपना दर्ज करूं

इन चार राहों का अंत कहा है
मुझे स्वयं नही जानकारी
मैं तो बस अदा कर रहा हु
विधाता प्रदत्त अदाकारी
पता नही सर्वेश्वर क्या करवाना चाहता है
क्या इसी चौराहे पर मुझे गिराकर
तड़पाना चाहता है ?

मेरे दोनो हाथ मरोड़ दिए,
मुझे अपंग बना दिया
इनसे लड़ने का बस
अब एक ही है माध्यम
मेरा यह कवितालय
कवितालय की शक्ति से मैं
एक हाथ तो छुड़ा ही लूंगा
भटकते खयालो से बाहर निकलकर
एक मार्ग अपना लूंगा
मेरी मां सरस्वती मुझे देगी मार्गदर्शन
इस चौराहे से निकलने का संकेत होगा
सत्य साहित्य का ज्ञान दर्शन ।
मेरा काव्य ही मेरी ऊर्जा का श्रोत बनेगा
साहित्य ही मेरा परिचय होगा,
यह् ही मेरा गोत्र चुनेगा

चौराहे का निरर्थक प्रयास
मुझे विचलित नहीं कर पाएगा
जितना हो कुत्सित व्यवहार
मुझे भ्रमित नहीं कर पाएगा ।

मेरा सत्य और अस्तित्व मरने कभी नही दूंगा
मां सरस्वती प्रसन्न रहे तो
मेरा सर नही झुकेगा
कितने भी चौराहे आए
कभी प्रवास नही रुकेगा ।
अपनी दुर्बलता या विवशता पर
विजय हासिल करके रहूंगा
युद्ध को अंतिम क्षण तक
साहस के साथ लड़ता रहूंगा ।

रचयिता
शेखर देशमुख
J-1104, अंतरिक्ष गोल्फ व्यू -2
सेक्टर 78, नोएडा (उ प्र)

99 Views
Books from Shekhar Deshmukh
View all

You may also like these posts

सपनों का घर
सपनों का घर
Uttirna Dhar
हिंदी हाइकु
हिंदी हाइकु
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उदास धड़कन
उदास धड़कन
singh kunwar sarvendra vikram
*अपना सरगम दे जाना*
*अपना सरगम दे जाना*
Krishna Manshi
फर्ज मां -बाप के याद रखना सदा।
फर्ज मां -बाप के याद रखना सदा।
Namita Gupta
नाम या काम
नाम या काम
Nitin Kulkarni
#मुख़्तसर_नज़्म-
#मुख़्तसर_नज़्म-
*प्रणय*
सरस्वती वंदना-5
सरस्वती वंदना-5
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
3. Showers
3. Showers
Santosh Khanna (world record holder)
नेता
नेता
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
@ग़ज़ल:- शिलान्यास हो गया...
@ग़ज़ल:- शिलान्यास हो गया...
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
राम - दोहे - डी के निवातिया
राम - दोहे - डी के निवातिया
डी. के. निवातिया
चीत्रोड़ बुला संकरी, आप चरण री ओट।
चीत्रोड़ बुला संकरी, आप चरण री ओट।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
*मोर पंख* ( 12 of 25 )
*मोर पंख* ( 12 of 25 )
Kshma Urmila
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
कविता-आ रहे प्रभु राम अयोध्या 🙏
Madhuri Markandy
चाँद की मोहब्बत
चाँद की मोहब्बत
seema sharma
# कर्मों का लेखा जोखा#
# कर्मों का लेखा जोखा#
rubichetanshukla 781
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
दिल तुम्हारा जो कहे, वैसा करो
अरशद रसूल बदायूंनी
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
मेरे पास सो गई वो मुझसे ही रूठकर बेटी की मोहब्बत भी लाजवाब ह
Ranjeet kumar patre
मनभावन होली
मनभावन होली
Anamika Tiwari 'annpurna '
*कविवर डॉ. महेश मधुकर (कुंडलिया)*
*कविवर डॉ. महेश मधुकर (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बितता बदलता वक्त
बितता बदलता वक्त
AMRESH KUMAR VERMA
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
SURYA PRAKASH SHARMA
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
2536.पूर्णिका
2536.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
भगवद्गीता ने बदल दी ज़िंदगी.
Piyush Goel
- प्रेम की गहनता -
- प्रेम की गहनता -
bharat gehlot
मुॅंह अपना इतना खोलिये
मुॅंह अपना इतना खोलिये
Paras Nath Jha
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...