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25 Jun 2024 · 1 min read

**** महफ़िल तेरे नाम की *****

**** महफ़िल तेरे नाम की *****
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रास न आई,महफ़िल तेरे नाम की,
खास विदाई,महफ़िल तेरे नाम की।

बज न सका था शहनाई बैंड बाजा,
दाम जुदाई महफ़िल तेरे नाम की।

भाव-निराशा,रह जाता सूना जहां,
राह-रिहाई , महफ़िल तेरे नाम की।

काम न आई तरकीबें कोई यहाँ,
बाट-दिखाई,महफ़िल तेरे नाम की।

जाम – पिलाया , मनसीरत नशीला,
शाम-सुहानी,महफ़िल तेरे नाम की।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

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