वीरांगना लक्ष्मीबाई
Anamika Tiwari 'annpurna '
संसार की इस भूलभुलैया में, जीवन एक यात्रा है,
नहिं अनुराग किनको छैन्हि एतय,
लाल बहादुर
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
"" *मैंने सोचा इश्क करूँ* ""
- आजकल के रिश्ते व रिश्तेदार -
चिलचिलाती धूप में निकल कर आ गए
जुए और चुनाव में उतना ही धन डालें, जिसे बिना परेशानी के क्वि
दुखड़े छुपाकर आ गया।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आएगी दीपावली जब जगमगाती रात होगी
विवेक
Vishnu Prasad 'panchotiya'
तिरा चेहरा भी रुखसत हो रहा है जहन से,
राजे महाराजाओ की जागीर बदल दी हमने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*वाल्मीकि आश्रम प्रभु आए (कुछ चौपाइयॉं)*