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3 Jun 2024 · 1 min read

पवित्रता

पवित्रता (वर्ण पिरामिड)

हो
यदि
भीतर
शिवमय
गंगा,यमुना
और सरस्वति
का अति मधुरिम
पावन संगम
तो जानो तुम
अनुपम
मोहक
जन
हो।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 105 Views
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