Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jun 2024 · 1 min read

कलम और रोशनाई की यादें

तख्तियों पर शब्द उकेरे हैं हमने रोशनाई से
बहुत लिखा है हमने मन लगाकर रोशनाई से
मगर अब ना वो तख्ती है ना ही रोशनाई है
गर्व होता था सबको अपनी-अपनी रोशनाई पे

बहुत याद आते हैं लम्हे जब वे खत्त लिखते थे
नहीं एक बार दिन में सभी दो वक्त लिखते थे
कैसे पौंछा किया करते उसे मुल्तानी मिट्टी से
निशां बाकि न रह पाए कहीं उस रोशनाई के

हाथ में तख्तियाँ लेकर विद्यालय आते-जाते थे
जंग हो जाती आपस में तख्तियां यूँ लहराते थे
तख्ती हथियार हो जाती या दो फाड़ हो जाती
हँसी आती है किस्से याद कर उस रोशनाई के

हाथों पर लगना लाजमी था अरे रोशनाई का
कभी निक्कर या कुर्ता स्याह कर देते भाई का
बड़ा आता मजा था जब मुँह भी स्याह होते थे
यूँ भी प्रयोग करते थे हँसी में उस रोशनाई का

“V9द” याद है तुमको कलम थी सरकंडे की
नहीं होती बना लेते अध्यापक के ही डंडे की
अध्यापक खुद बनाते थे खत्त छील सरकंडा
कलम होती सहेली थी अरे उस रोशनाई की

स्वरचित
V9द चौहान

2 Likes · 1 Comment · 389 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all

You may also like these posts

ध्रुवदास जी के कुंडलिया छंद
ध्रुवदास जी के कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
राख देह की पांव पसारे
राख देह की पांव पसारे
Suryakant Dwivedi
इंसान इंसानियत को निगल गया है
इंसान इंसानियत को निगल गया है
Bhupendra Rawat
शृंगार छंद और विधाएँ
शृंगार छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
लैला मजनू
लैला मजनू
पूर्वार्थ
पल को ना भूलो
पल को ना भूलो
Shashank Mishra
" दिल की समझ "
Yogendra Chaturwedi
तू ज्वाला की तिल्ली हो
तू ज्वाला की तिल्ली हो
उमा झा
*वो मेरी मांँ है*
*वो मेरी मांँ है*
Dushyant Kumar
"तू जो होती"
Ajit Kumar "Karn"
मुझको उनसे क्या मतलब है
मुझको उनसे क्या मतलब है
gurudeenverma198
25. Dream
25. Dream
Ahtesham Ahmad
बसन्त ऋतु
बसन्त ऋतु
Durgesh Bhatt
3208.*पूर्णिका*
3208.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
काँटों ने हौले से चुभती बात कही
काँटों ने हौले से चुभती बात कही
Atul "Krishn"
" वक्त ने "
Dr. Kishan tandon kranti
ताउम्र रास्ते पे तो चलते रहे हम
ताउम्र रास्ते पे तो चलते रहे हम
Befikr Lafz
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सकारात्मकता
सकारात्मकता
Sangeeta Beniwal
"" *रिश्ते* ""
सुनीलानंद महंत
नवरातन में बकरा...
नवरातन में बकरा...
आकाश महेशपुरी
आओ कष्ट मिटा देंगे सारे बाबा।
आओ कष्ट मिटा देंगे सारे बाबा।
सत्य कुमार प्रेमी
हिंदी के ज्ञानपीठ पुरस्कार (शार्ट ट्रिक)
हिंदी के ज्ञानपीठ पुरस्कार (शार्ट ट्रिक)
गुमनाम 'बाबा'
मकर सक्रांति आई है, उल्लास उमंगें लाई है
मकर सक्रांति आई है, उल्लास उमंगें लाई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Always & Forever.
Always & Forever.
Manisha Manjari
💖नव वर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं🌹एक संदेश🥰
💖नव वर्ष 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं🌹एक संदेश🥰
Neelofar Khan
सभी सिखला रहे थे जो सदा सद्धर्म नैतिकता।
सभी सिखला रहे थे जो सदा सद्धर्म नैतिकता।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
मुझसे गुस्सा होकर
मुझसे गुस्सा होकर
Mr.Aksharjeet
नये वर्ष का आगम-निर्गम
नये वर्ष का आगम-निर्गम
Ramswaroop Dinkar
Loading...