Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

जिंदगी को खुद से जियों,

जिंदगी को खुद से जियों,
वरना जिंदगी तुम्हें जीने लगेगी।

@जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया, बिहार।

181 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from जय लगन कुमार हैप्पी
View all

You may also like these posts

"दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
* पावन धरा *
* पावन धरा *
surenderpal vaidya
चमकती चाॅंदनी
चमकती चाॅंदनी
विक्रम सिंह
आदि शक्ति
आदि शक्ति
Chitra Bisht
प्राण प्रतिष्ठा
प्राण प्रतिष्ठा
Mahender Singh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
.......,,,
.......,,,
शेखर सिंह
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
माधव मालती (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
#राम_भला_कब_दूर_हुए_है?
#राम_भला_कब_दूर_हुए_है?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ज़माने वाले जिसे शतरंज की चाल कहते हैं
ज़माने वाले जिसे शतरंज की चाल कहते हैं
Mahesh Tiwari 'Ayan'
ज़िन्दा   होना   ही   काफ़ी   नहीं
ज़िन्दा होना ही काफ़ी नहीं
Dr fauzia Naseem shad
‘ विरोधरस ‘---10. || विरोधरस के सात्विक अनुभाव || +रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---10. || विरोधरस के सात्विक अनुभाव || +रमेशराज
कवि रमेशराज
अशोक वाटिका मे सीता संग हनुमान वार्ता भाषा
अशोक वाटिका मे सीता संग हनुमान वार्ता भाषा
Acharya Rama Nand Mandal
आए गए कई आए......
आए गए कई आए......
दीपक बवेजा सरल
संस्कार संस्कृति सभ्यता
संस्कार संस्कृति सभ्यता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हे गणपति श्रेष्ठ शुभंकर
हे गणपति श्रेष्ठ शुभंकर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
4682.*पूर्णिका*
4682.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तनातनी
तनातनी
Laxmi Narayan Gupta
#लीक_से_हट_कर-
#लीक_से_हट_कर-
*प्रणय प्रभात*
*शाश्वत सत्य*
*शाश्वत सत्य*
Shashank Mishra
वो चैन की नींद सो गए
वो चैन की नींद सो गए
Diwakar Mahto
कष्ट क्या है ?
कष्ट क्या है ?
Uttirna Dhar
अनकहा शेष  ..
अनकहा शेष ..
sushil sarna
----- स्वप्न सलौने -----
----- स्वप्न सलौने -----
पंकज परिंदा
जो बिगड़ा अतीत तुम्हारा, छुपाया न जाए,जिसे स्वीकारे तुम्हें,
जो बिगड़ा अतीत तुम्हारा, छुपाया न जाए,जिसे स्वीकारे तुम्हें,
पूर्वार्थ
कम्बखत वक्त
कम्बखत वक्त
Aman Sinha
अयोध्या से अयोध्याधाम
अयोध्या से अयोध्याधाम
Sudhir srivastava
शब्द की महिमा
शब्द की महिमा
ललकार भारद्वाज
अविरल धारा।
अविरल धारा।
Amber Srivastava
ऐसा क्यों होता है कि एक व्यक्ति एक के बाद एक सफलता हासिल करत
ऐसा क्यों होता है कि एक व्यक्ति एक के बाद एक सफलता हासिल करत
पूर्वार्थ देव
Loading...