Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2024 · 1 min read

44…Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a

44…Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
faa’ilaatun fa’ilaatun fa’ilaatun fe’lun::2122 1122 1122 22
दर्द का दर्द से जब, रिश्ता बना लेता हूं
इस बहाने सभी को, अपना बना लेता हूं
@
ख़ास कुछ लोग मुकर जाते, बातों से अपनी
आदमी जान, अलग रस्ता बना लेता हूं
@
मज़हबी दौड़ जहाँ ,मुल्क करे क्या हासिल
खौफ की सोच, धमाका सा बना लेता हूं
@
धूप में ढूढ़ रहा, साया किसी बरगद का
छाँव तारीफ पसंदीदा बना लेता हूं
@
रंज फूलों से मुझे, खुशबू का हूँ परहेजी
बारहा याद का, बागीचा बना लेता हूँ
@
क्या बहलता ही नहीं आपे जमाना बाहर
देर कुछ सोच के, घारोबा बना लेता हूँ
@
लूँ पहन बीच में आजादी का खादी कुरता
इस हकीकत के लिए, चरखा बना लेता हूँ
देखे जब जाते नहीं कुछ दुविधा के मंजर
औऱ नीयत का नया चस्मा बना लेता हूँ
@@
सुशील यादव
न्यू आदर्श नगर
जोन 1 स्ट्रीट 3 दुर्ग छत्तीसगढ़
26.3.24

162 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

स्पोरोफाइट
स्पोरोफाइट
Shailendra Aseem
हिंदी भाषा में प्यार है
हिंदी भाषा में प्यार है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
और धुंध छंटने लगी
और धुंध छंटने लगी
नूरफातिमा खातून नूरी
किसी न किसी बहाने बस याद आया करती थी,
किसी न किसी बहाने बस याद आया करती थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#मंगलकामनाएं
#मंगलकामनाएं
*प्रणय प्रभात*
धनिया नींबू दाम बढ़ेगा
धनिया नींबू दाम बढ़ेगा
AJAY AMITABH SUMAN
Your brain won't let you live in peace. It will keep remindi
Your brain won't let you live in peace. It will keep remindi
पूर्वार्थ देव
वर्तमान का कलयुग
वर्तमान का कलयुग
पूर्वार्थ
जीवन, सत्य, व्यथा
जीवन, सत्य, व्यथा
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे
तुम हमारा हो ख़्वाब लिख देंगे
Dr Archana Gupta
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
हम तुमको अपने दिल में यूँ रखते हैं
Shweta Soni
प्रेम के मायने
प्रेम के मायने
Awadhesh Singh
जन्में भारत भूमि पर, नारी से भगवान।
जन्में भारत भूमि पर, नारी से भगवान।
संजय निराला
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
Kuldeep mishra (KD)
तेरा दौर भी आएगा…
तेरा दौर भी आएगा…
Rati Raj
कुछ दुःख होता है जिनसे आप कभी उभर नहीं पाते हैं ,
कुछ दुःख होता है जिनसे आप कभी उभर नहीं पाते हैं ,
Iamalpu9492
इक इक शहर निकलता जा रहा
इक इक शहर निकलता जा रहा
शिव प्रताप लोधी
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
Sachin Mishra
"आसमान पर छाए बादल ,
Neeraj kumar Soni
" दस्तूर "
Dr. Kishan tandon kranti
अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी।
अभी कहाँ आराम, परम लक्ष्य छूना अभी।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
आंखों पर पट्टी, होठों पर मौन जड़ गया ।
TAMANNA BILASPURI
यह दुनिया समझती है, मै बहुत गरीब हुँ।
यह दुनिया समझती है, मै बहुत गरीब हुँ।
Anil chobisa
दोनों मुकर जाएं
दोनों मुकर जाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
Abhishek Soni
तस्वीरें
तस्वीरें
Kanchan Khanna
उद्देश और लक्ष्य की परिकल्पना मनुष्य स्वयं करता है और उस लक्
उद्देश और लक्ष्य की परिकल्पना मनुष्य स्वयं करता है और उस लक्
DrLakshman Jha Parimal
चार लोगों के चक्कर में, खुद को ना ढालो|
चार लोगों के चक्कर में, खुद को ना ढालो|
Sakshi Singh
थोड़ी मैं, थोड़ा तुम, और थोड़ी सी मोहब्बत
थोड़ी मैं, थोड़ा तुम, और थोड़ी सी मोहब्बत
Ranjeet kumar patre
जनता के वोट रूपी साबुन से, केजरीवाल नहायेंगे
जनता के वोट रूपी साबुन से, केजरीवाल नहायेंगे
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...