Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

फितरते फतह

ये फितरत की कुदरत पर
क्यों हजार परत है चढ़ती ।
ये भोली-भाली सूरत पर
क्यों हजार सूरत है गढ़ती ।।

ऐसे ही नही बदलती
ये फितरत और ये सूरत ।
जो जब चाहे बदल ले
जैसी हो जिसकी जररूत ।।

ये फितरत और ये सूरत
शख्स की होती है पहचान ।
चालाकी और बनावे से
दोनों ही होती है हलकान ।।

वो फितरत फितरत नही
जो बदल जाए देख मंजर ।
लाख छुपाने से भी ये
फितरत आ ही जाती नजर ।।

जमाने से वेवफाई से
बदनाम होती है शख्सियत ।
चालबाजो के चोचलों से
रंग बदलती है फितरत ।।

फर्जी,जाली-नकली में कभी
फितरत भी लगती नकली ।
पर दिल की गहराई में गढ़ी
फितरत ही मिलेगी असली ।।

होता शख्स का जमीर
शख्स का डीएनए फितरत ।
फितरत से ही शख्स पे
लगे ताज या लगती तोहमत ।।

शख्सियत है आनी-जानी
रहे फितरत की हमेशा हैसियत ।
नकली बनावटी दिखावे नही
इंसान की फितरत ही असलियत ।।
~०~
मौलिक एंव स्वरचित: कविता प्रतियोगिता
रचना संख्या -१५: मई २०२४.©जीवनसवारो

Language: Hindi
1 Like · 81 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
View all

You may also like these posts

जनता
जनता
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
मन
मन
MEENU SHARMA
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
।।श्री सत्यनारायण व्रत कथा।।प्रथम अध्याय।।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
कठोर
कठोर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दीदार ए चांद
दीदार ए चांद
Akash RC Sharma
*मैं वर्तमान की नारी हूं।*
*मैं वर्तमान की नारी हूं।*
Dushyant Kumar
" चाह "
Dr. Kishan tandon kranti
औरों का अपमान
औरों का अपमान
RAMESH SHARMA
कुम्भ मेला पर दोहे
कुम्भ मेला पर दोहे
Subhash Singhai
हां,अब समझ आया
हां,अब समझ आया
Seema gupta,Alwar
सच पागल बोलते हैं
सच पागल बोलते हैं
आशा शैली
कागज कोरा, बेरंग तस्वीर
कागज कोरा, बेरंग तस्वीर
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
छोटी चिड़िया (गौरेया)
छोटी चिड़िया (गौरेया)
डॉ. शिव लहरी
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
जब रिश्ते टूटते हैं तब
जब रिश्ते टूटते हैं तब
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
4028.💐 *पूर्णिका* 💐
4028.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ऐ ख़ुदा इस साल कुछ नया कर दें
ऐ ख़ुदा इस साल कुछ नया कर दें
Keshav kishor Kumar
बहर हूँ
बहर हूँ
Kunal Kanth
डॉक्टर्स डे पर दोहे
डॉक्टर्स डे पर दोहे
Dr Archana Gupta
कविता
कविता
Rambali Mishra
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
सच के साथ ही जीना सीखा सच के साथ ही मरना
इंजी. संजय श्रीवास्तव
असूयैकपदं मृत्युरतिवादः श्रियो वधः।
असूयैकपदं मृत्युरतिवादः श्रियो वधः।
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
चाहत किसी को चाहने की है करते हैं सभी
SUNIL kumar
दान और कोरोना काल
दान और कोरोना काल
Khajan Singh Nain
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
#𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
#𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
DrLakshman Jha Parimal
अजीब हालत है मेरे दिल की
अजीब हालत है मेरे दिल की
Phool gufran
बड़े लोगों का रहता, रिश्वतों से मेल का जीवन (मुक्तक)
बड़े लोगों का रहता, रिश्वतों से मेल का जीवन (मुक्तक)
Ravi Prakash
प्रेम दिवस
प्रेम दिवस
अनिल मिश्र
Loading...