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13 May 2024 · 1 min read

जीनी है अगर जिन्दगी

जीनी है अगर जिंदगी तो गुलाब से सीख लीजिए
बीच कांटो के रहे सदा
फिर भी खुशी रहती चेहरे पर उसके

तोड़ लो मसल दो अगर इसे
खुशबू देता फिर भी उन हाथों में
तोड़कर जो इसे फेंक दें

जीनी है अगर जिंदगी पेड़ो से सीख लीजिए
खुद रहे धूप में ही हमेशा छाया हमे ये देतें है

जीनी है अगर जिंदगी तो चींटी से सीख लीजिए
चढ़ती है वो दीवार पर बार-बार वो फिर भी गिरती है

चढ़ती है वो दीवार पर फिर भी
हार वो ना कभी मानती
रंग लाती हैं एक दिन मेहनत उसकी
कहती कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती

जीनी है अगर जिंदगी तो पानी से सीख लीजिए
जाए जिस बर्तन में भी वो चाहे
वो हो जाता उसी आकार का

जीनी है अगर जिंदगी तो उस इंसान से सीख लीजिए
घबराता नहीं जो कभी जीवन में आई बाधाओं से

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