When a photographer can't change a scene, he changes his ang
मुकम्मल क्यूँ बने रहते हो,थोड़ी सी कमी रखो
कल शाम में बारिश हुई,थोड़ी ताप में कमी आई
सताएं लाख परेशानियां क्यों न जीवन के सफर में,
खुद को इतना .. सजाय हुआ है
रमेशराज की विरोधरस की मुक्तछंद कविताएँ—2.
तितलियों को बिठा लिया मैंने
माँ बेटे के मिलन की खुशियां
कलियां उनके लिए गिराना थोड़ी लाकर
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
जेब में
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
राशिफल से आपका दिन अच्छा या खराब नही होता बल्कि कर्मों के फल
बदल रहा है ज़माना मगर अंदाज़ नये है ।
*नारी नेतृत्व से ही नारी सशक्तीकरण संभव है*
देखिए इतिहास की किताबो मे हमने SALT TAX के बारे मे पढ़ा है,
दीप जलते रहें - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }