Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

कोशिश करना आगे बढ़ना

कोशिश करना आगे बढ़ना , तेरा यही प्रयास हो
मुश्किलों से तू न डरना , हौसलों की आस हो

रहना सजग तुम हमेशा , खामोशी का न साथ हो
कीर्ति पताका फहरे तुम्हारी , सिर पर गगन विशाल हो

डरना नहीं तुम आँधियों से , साहस तुम्हारे साथ हो
विषाद से तुम दूर रहना , धैर्य तेरे साथ हो

आदर्शों की गंगा बहाओ , संस्कार तेरे साथ हो
हे मानव तुम हो प्रतापी , उस परमेश्वर की संतान हो

रखना बचा खुद को जहां से , सत्मार्ग तेरी राह हो
विरले विचारों से तू दमके , धरोहर तेरी अपार हो

सरिता सी पावन कीर्ति तेरी , महिमा तेरी अपार हो
चमके सितारा बुलंदियों पर , तुझ पर समय की न मार हो

हे मानव पुण्यमूर्ति तुम , ह्रदय तेरा विशाल हो
चर्चा तेरी दोनों जहां में , उस प्रभु का तुझ पर हाथ हो

कोशिश करना आगे बढ़ना , तेरा यही प्रयास हो
मुश्किलों से तू न डरना , हौसलों की आस हो

कोशिश करना आगे बढ़ना , तेरा यही प्रयास हो
मुश्किलों से तू न डरना , हौसलों की आस हो

रहना सजग तुम हमेशा , खामोशी का न साथ हो
कीर्ति पताका फहरे तुम्हारी , सिर पर गगन विशाल हो

अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

150 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

आओ बाहर, देखो बाहर
आओ बाहर, देखो बाहर
जगदीश लववंशी
माचिस उनके जेब की
माचिस उनके जेब की
RAMESH SHARMA
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
उनको ही लाजवाब लिक्खा है
अरशद रसूल बदायूंनी
3737.💐 *पूर्णिका* 💐
3737.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी के रंग थे हम, हँसते खेलते थे हम
ज़िंदगी के रंग थे हम, हँसते खेलते थे हम
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शीत लहर
शीत लहर
Madhu Shah
चांद्र्यान
चांद्र्यान
Ayushi Verma
वेदना
वेदना
AJAY AMITABH SUMAN
- धन घटने पर तन (रिश्ता) घटाया मत करो -
- धन घटने पर तन (रिश्ता) घटाया मत करो -
bharat gehlot
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
समुद्र इसलिए खारा क्योंकि वो हमेशा लहराता रहता है यदि वह शां
Rj Anand Prajapati
चांद ठहर जाओ
चांद ठहर जाओ
Minal Aggarwal
किसने कहा कि हँसते हुए चेहरे हमेशा खुशनुमा रहते हैं
किसने कहा कि हँसते हुए चेहरे हमेशा खुशनुमा रहते हैं
Rekha khichi
‘पथ भ्रष्ट कवि'
‘पथ भ्रष्ट कवि'
Mukta Rashmi
धुन
धुन
Ragini Kumari
फिर आई स्कूल की यादें
फिर आई स्कूल की यादें
Arjun Bhaskar
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कराहती धरती (पृथ्वी दिवस पर)
कराहती धरती (पृथ्वी दिवस पर)
डॉ. शिव लहरी
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
👉अगर तुम घन्टो तक उसकी ब्रेकअप स्टोरी बिना बोर हुए सुन लेते
पूर्वार्थ
हर प्रेम कहानी का यही अंत होता है,
हर प्रेम कहानी का यही अंत होता है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
#एक गुनाह#
#एक गुनाह#
Madhavi Srivastava
उहे समय बा ।
उहे समय बा ।
Otteri Selvakumar
शाश्वत और सनातन
शाश्वत और सनातन
Mahender Singh
*कुछ पुरातन और थोड़ा, आधुनिक गठजोड़ है (हिंदी गजल)*
*कुछ पुरातन और थोड़ा, आधुनिक गठजोड़ है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
हिंदी दिवस पर ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
यूं आज जो तुम्हें तारों पे बिठा दी गई है
यूं आज जो तुम्हें तारों पे बिठा दी गई है
Keshav kishor Kumar
चिड़िया ( World Sparrow Day )
चिड़िया ( World Sparrow Day )
Indu Nandal
मूर्छा में जीते जीते जीवन को नर्क बना लिया।
मूर्छा में जीते जीते जीवन को नर्क बना लिया।
Ravikesh Jha
12) “पृथ्वी का सम्मान”
12) “पृथ्वी का सम्मान”
Sapna Arora
ग़ज़ल _ दर्द सावन के हसीं होते , सुहाती हैं बहारें !
ग़ज़ल _ दर्द सावन के हसीं होते , सुहाती हैं बहारें !
Neelofar Khan
"आवारा-मिजाजी"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...