Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
VINOD CHAUHAN
134 Followers
Follow
Report this post
27 Apr 2024 · 1 min read
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
वक्त के साथ रहकर वक्त बदलना होगा
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 111 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from VINOD CHAUHAN
View all
कलम की जुबां से
Vinod Chauhan
गूँजते अल्फ़ाज़
Vinod Chauhan
मैं तो महज......... हूँ
Vinod Chauhan
You may also like these posts
हमनवा हमनवा
दीपक झा रुद्रा
कुदरत तेरा करतब देखा, एक बीज में बरगद देखा।
AJAY AMITABH SUMAN
नानी का गांव
साहित्य गौरव
सारी रात मैं किसी के अजब ख़यालों में गुम था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बिखरा ख़ज़ाना
Amrita Shukla
होली(दुमदार दोहे)
Dr Archana Gupta
खुशामद की राह छोड़कर,
Ajit Kumar "Karn"
नानी का घर
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
एहसास
Shally Vij
घेरे मे संदेह के, रहता सत्य रमेश
RAMESH SHARMA
हो जाता अहसास
surenderpal vaidya
हंसी आयी है लबों पर।
Taj Mohammad
दीवारों की चुप्पी में राज हैं दर्द है
Sangeeta Beniwal
गहरे ध्यान में चले गए हैं,पूछताछ से बचकर।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
वहाॅं कभी मत जाईये
Paras Nath Jha
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
मैं हैरतभरी नजरों से उनको देखती हूँ
ruby kumari
'अहसास' आज कहते हैं
Meera Thakur
Success Story -3
Piyush Goel
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
Abhishek Soni
- कोई परिचित सा अपरिचित हुआ -
bharat gehlot
अपना लिया
Deepesh Dwivedi
सरफरोश
Shekhar Chandra Mitra
झूठे को कुर्सी मिले,
sushil sarna
3964.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#शिवाजी_के_अल्फाज़
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
नारी शक्ति
लक्ष्मी सिंह
परमूल्यांकन की न हो
Dr fauzia Naseem shad
"मिलते है एक अजनबी बनकर"
Lohit Tamta
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...