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विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
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24 Apr 2024 · 1 min read
दिल से निकले हाय
मरती जब संवेदना, दिल से निकले हाय।
सितम आखरी ही सही, नोच-नोच कर खाय।।
Competition:
"संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता
Language:
Hindi
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