कैसे समझाऊं उसे
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
उपदेशों ही मूर्खाणां प्रकोपेच न च शांतय्
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम तो होना वहां
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
"इशारे" कविता
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
जीवन बहुत कठिन है लेकिन तुमको जीना होगा ,
गुरु पूर्णिमा का महत्व एवं गुरु पूजन
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मैंने क्या कुछ नहीं किया !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
"ऐ वतन, ऐ वतन, ऐ वतन, मेरी जान"
वो अपने दर्द अपनी पीड़ा में ही उलझे रहे
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
हर वक़्त सही है , गर ईमान सही है ,
जबसे देखा शहर तुम्हारा, अपना शहर भूल गए
सूरज दादा ने ठानी है, अपना ताप बढ़ाएंगे
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'