*कविवर श्री राम किशोर वर्मा (कुंडलिया)*
बड़ी हिफाजत से मुझे सौंपा जाएगा,
हे राम,,,,,,,,,सहारा तेरा है।
इश्क भी बेरोजगारी में होता है साहब,नौकरी लगने के बाद तो रिश्
सागर ने जब जब हैं हद तोड़ी,
Life: A Never-Ending Struggle
भ्रष्टाचार की राह आसान है
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है