Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Apr 2024 · 1 min read

“बादल”

“बादल”
बादल अब तो बरस जा,
बढ़ गया ताप तरस खा।
झुलस रहे तन-मन सारे,
अब कुछ तो हरष जा।

4 Likes · 3 Comments · 123 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

धर्म या धन्धा ?
धर्म या धन्धा ?
SURYA PRAKASH SHARMA
3253.*पूर्णिका*
3253.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गुलाब के काॅंटे
गुलाब के काॅंटे
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ग़ज़ल- वहीं इक शख़्स दुनिया में
ग़ज़ल- वहीं इक शख़्स दुनिया में
Johnny Ahmed 'क़ैस'
इतनी मसरूफ़ियत नहीं अच्छी
इतनी मसरूफ़ियत नहीं अच्छी
Dr fauzia Naseem shad
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
Keshav kishor Kumar
हक जता संकू
हक जता संकू
RAMESH Kumar
भूलना एक प्रक्रिया का नाम है!—मुझे नहीं आती।
भूलना एक प्रक्रिया का नाम है!—मुझे नहीं आती।
पूर्वार्थ
वह एक हीं फूल है
वह एक हीं फूल है
Shweta Soni
आतंक, आत्मा और बलिदान
आतंक, आत्मा और बलिदान
Suryakant Dwivedi
"In the tranquil embrace of the night,
Manisha Manjari
प्रपात.....
प्रपात.....
sushil sarna
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
और भी हैं !!
और भी हैं !!
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
सैनिक की पत्नी की मल्हार
सैनिक की पत्नी की मल्हार
Dr.Pratibha Prakash
है कौन वहां शिखर पर
है कौन वहां शिखर पर
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दया से हमारा भरो माँ खज़ाना
दया से हमारा भरो माँ खज़ाना
Dr Archana Gupta
भले ही हम 2024 T 20 World Cup के विजेता है परंतु नीति यही कह
भले ही हम 2024 T 20 World Cup के विजेता है परंतु नीति यही कह
Rj Anand Prajapati
तुम रात को रात और सुबह को सुबह कहते हो
तुम रात को रात और सुबह को सुबह कहते हो
Jyoti Roshni
निर्मेष के दोहे
निर्मेष के दोहे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत  माँगे ।
आईना मुझसे मेरी पहली सी सूरत माँगे ।
Neelam Sharma
प्रेम गीत
प्रेम गीत
हरीश पटेल ' हर'
सेवानिवृत्ति
सेवानिवृत्ति
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
बच्चा बच्चा बने सपूत
बच्चा बच्चा बने सपूत
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*चलती जाती रेल है, इसके सिर्फ पड़ाव (कुंडलिया)*
*चलती जाती रेल है, इसके सिर्फ पड़ाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Essence of Happiness
Essence of Happiness
Deep Shikha
अपने दीपक आप बनो, अब करो उजाला।
अपने दीपक आप बनो, अब करो उजाला।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जब बचपन में स्कूल की कॉपी में Good या A मिलता था, उसकी ख़ुशी
जब बचपन में स्कूल की कॉपी में Good या A मिलता था, उसकी ख़ुशी
Lokesh Sharma
सही समय पर, सही
सही समय पर, सही "पोज़िशन" नहीं ले पाना "अपोज़िशम" की सबसे बड़ी
*प्रणय*
बिखर गए जो प्रेम के मोती,
बिखर गए जो प्रेम के मोती,
rubichetanshukla 781
Loading...