Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
RAMESH SHARMA
104 Followers
Follow
Report this post
28 Mar 2024 · 1 min read
वापस दिया उतार
दिया आपने जो कभी, वापस दिया उतार ।
कभी किसी का वक्त ये ,रखता नहीं उधार ।।
रमेश शर्मा
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 139 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
मैं खुद से ही खफा हूं ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
*जानो होता है टिकट, राजनीति का सार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
रावण जी होना चाहता हूं / मुसाफिर बैठा
Dr MusafiR BaithA
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
कुछ खामोशियाँ तुम ले आना।
Manisha Manjari
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
Umender kumar
कागज मेरा ,कलम मेरी और हर्फ़ तेरा हो
Shweta Soni
*मधु मालती*
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
जग से कभी न बाँटिऐ,
sushil sarna
मेरा नौकरी से निलंबन?
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मोह की समाप्ति भय का अंत है,
पूर्वार्थ
किसी से भी
Dr fauzia Naseem shad
निभाना नही आया
Anil chobisa
।।
*प्रणय*
"नसीहत और तारीफ़"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे हिस्से में जितनी वफ़ा थी, मैंने लूटा दिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पहला कदम...
Manisha Wandhare
जीना सीखा
VINOD CHAUHAN
Pyasa ke dohe (vishwas)
Vijay kumar Pandey
गतिमान रहो
श्रीकृष्ण शुक्ल
वृक्ष और मानव जीवन
अवध किशोर 'अवधू'
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
Phool gufran
मेरी आँखों से जो ये बहता जल है
Meenakshi Masoom
What if...
R. H. SRIDEVI
*जीवन में हँसते-हँसते चले गए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
घरेलू आपसी कलह आज बढ़ने लगे हैं...
Ajit Kumar "Karn"
जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे।
सत्य कुमार प्रेमी
परिचर्चा (शिक्षक दिवस, 5 सितंबर पर विशेष)
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
24/247. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कर्मों का फल यदि नहीं है मिलता
Acharya Shilak Ram
Loading...