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11 Mar 2024 · 1 min read

समय किसी भी तख़्त का,हुआ नहीं मुहताज

आया था कब लौट कर , आएगा जो आज ।
समय किसी भी तख़्त का,हुआ नहीं मुहताज।।
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 154 Views

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