Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2024 · 1 min read

3063.*पूर्णिका*

3063.*पूर्णिका*
🌷 दिल की बात कहते हैं🌷
22 212 22
दिल की बात कहते हैं ।
दिन को रात कहते हैं ।।
दुनिया खूबसूरत ये ।
रोज जमात कहते हैं ।।
मंजिल पांव भीं चूमे ।
बस सौगात कहते हैं ।।
हम तो प्यार में पागल ।
लाते बारात कहते हैं ।।
महके जिंदगी खेदू।
सच हालात कहते हैं ।।
……✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
01-03-2024शुक्रवार

172 Views

You may also like these posts

चलो हम दोनों हमसफर बन जाते हैं
चलो हम दोनों हमसफर बन जाते हैं
Jyoti Roshni
सब्र करते करते
सब्र करते करते
Surinder blackpen
का कहीं लोर के
का कहीं लोर के
आकाश महेशपुरी
पिछले पन्ने 7
पिछले पन्ने 7
Paras Nath Jha
बाबा भक्त हास्य व्यंग्य
बाबा भक्त हास्य व्यंग्य
Dr. Kishan Karigar
मोबाइल पर बच्चों की निर्भरता:दोषी कौन
मोबाइल पर बच्चों की निर्भरता:दोषी कौन
Sudhir srivastava
भूख सोने नहीं देती
भूख सोने नहीं देती
Shweta Soni
2531.पूर्णिका
2531.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
वे आजमाना चाहते हैं
वे आजमाना चाहते हैं
Ghanshyam Poddar
करो तुम प्यार ही सबसे, सबों को अपना तुम मानो !
करो तुम प्यार ही सबसे, सबों को अपना तुम मानो !
DrLakshman Jha Parimal
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
मोबाइल भक्ति
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
दिल गर पत्थर होता...
दिल गर पत्थर होता...
ओनिका सेतिया 'अनु '
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
Mostly relationships will get “Boring” after you have been t
Mostly relationships will get “Boring” after you have been t
पूर्वार्थ
गणगौर का त्योहार
गणगौर का त्योहार
Savitri Dhayal
शब्दों के तीर
शब्दों के तीर
Meera Thakur
🙅चापलूस चकोरों के नाम🙅
🙅चापलूस चकोरों के नाम🙅
*प्रणय*
कामय़ाबी
कामय़ाबी
Shyam Sundar Subramanian
"दो वक़्त की रोटी"
Ajit Kumar "Karn"
"मनुष्य की प्रवृत्ति समय के साथ बदलना शुभ संकेत है कि हम इक्
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ?
मुझ जैसा रावण बनना भी संभव कहां ?
Mamta Singh Devaa
कहानी
कहानी
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
Line.....!
Line.....!
Vicky Purohit
फागुन महराज, फागुन महराज, अब के गए कब अइहा: लोक छत्तीसगढ़ी कविता
फागुन महराज, फागुन महराज, अब के गए कब अइहा: लोक छत्तीसगढ़ी कविता
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दीपउत्सव
दीपउत्सव
श्रीहर्ष आचार्य
- जीवन का उद्देश्य कुछ बड़ा बनाओ -
- जीवन का उद्देश्य कुछ बड़ा बनाओ -
bharat gehlot
घमंड ही घमंड है l
घमंड ही घमंड है l
अरविन्द व्यास
मीनाकुमारी
मीनाकुमारी
Dr. Kishan tandon kranti
माँ दुर्गा अष्टमी
माँ दुर्गा अष्टमी
C S Santoshi
Loading...