Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Mar 2024 · 1 min read

रखकर हाशिए पर हम हमेशा ही पढ़े गए

रखकर हाशिए पर हम हमेशा ही पढ़े गए
तमाशा देखनेवाले बजा के ताली चले गए
कहाँ इतिहास में है दर्ज़ लड़ाई घर के बँटने की
लड़ाई तो है वो जो युद्धभूमि में लड़े गए।

379 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all

You may also like these posts

इश्क़-ए-जज़्बात
इश्क़-ए-जज़्बात
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रहब यदि  संग मे हमर , सफल हम शीघ्र भ जायब !
रहब यदि संग मे हमर , सफल हम शीघ्र भ जायब !
DrLakshman Jha Parimal
आ..भी जाओ मानसून,
आ..भी जाओ मानसून,
goutam shaw
फूल और तुम
फूल और तुम
Sidhant Sharma
आँखों की मस्तियाँ उसी में खो जाती हैं
आँखों की मस्तियाँ उसी में खो जाती हैं
Vansh Agarwal
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
तुमको हक है जिंदगी अपनी जी लो खुशी से
VINOD CHAUHAN
दोहा पंचक. . . . सूक्ष्म
दोहा पंचक. . . . सूक्ष्म
sushil sarna
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
आँखे मुंदी तो ख्वाब लगे
आँखे मुंदी तो ख्वाब लगे
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
मेरा भारत
मेरा भारत
Rajesh Kumar Kaurav
कहा जाता है
कहा जाता है
हिमांशु Kulshrestha
🙅भोलू भड़ासी कहिन🙅
🙅भोलू भड़ासी कहिन🙅
*प्रणय प्रभात*
पंख हौंसलों के लगा,ले अंबर-अरमान।
पंख हौंसलों के लगा,ले अंबर-अरमान।
डॉक्टर रागिनी
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
व्यंग्य आपको सिखलाएगा
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
"लक्ष्य"
Dr. Kishan tandon kranti
"फल की आस मत रखें"
Ajit Kumar "Karn"
रेशम की डोर राखी....
रेशम की डोर राखी....
राहुल रायकवार जज़्बाती
मन के पन्नों में उलझी मैं..
मन के पन्नों में उलझी मैं..
Priya Maithil
कष्ट का कारण
कष्ट का कारण
अवध किशोर 'अवधू'
रावण अब भी जिंदा है
रावण अब भी जिंदा है
श्रीहर्ष आचार्य
जो हवा के हैं बगूले
जो हवा के हैं बगूले
Manoj Shrivastava
जो ये समझते हैं कि, बेटियां बोझ है कन्धे का
जो ये समझते हैं कि, बेटियां बोझ है कन्धे का
Sandeep Kumar
धोखा
धोखा
Rambali Mishra
प्रिय अर्धांगनी
प्रिय अर्धांगनी
ललकार भारद्वाज
3798.💐 *पूर्णिका* 💐
3798.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
संकुचित नहीं है ध्येय मेरा
संकुचित नहीं है ध्येय मेरा
Harinarayan Tanha
सुनहरा सूरज
सुनहरा सूरज
आशा शैली
घरोहर एक नजर
घरोहर एक नजर
Sachin patel
The new normal- Amidst the Pandemic
The new normal- Amidst the Pandemic
Deep Shikha
Loading...