आँखों की मस्तियाँ उसी में खो जाती हैं
आँखों की मस्तियाँ उसी में खो जाती हैं
ऐसा लगता है कि दुनिया उसी वक्त रुक जाती है
पता नहीं ऐसा क्या है उसमे,
कि सामने अच्छाई और पीठ पीछे बुराई नजर आती है…
आँखों की मस्तियाँ उसी में खो जाती हैं
ऐसा लगता है कि दुनिया उसी वक्त रुक जाती है
पता नहीं ऐसा क्या है उसमे,
कि सामने अच्छाई और पीठ पीछे बुराई नजर आती है…