Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
manjula chauhan
21 Followers
Follow
Report this post
21 Feb 2024 · 1 min read
आईने की सदाकत से पता चला,
आईने की सदाकत से पता चला,
कुछ है जो बनावटी बहुत है।
Competition:
Poetry Writing Challenge-2
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
· 101 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from manjula chauhan
View all
मधुकर श्रेणी
Manjula Chauhan
You may also like these posts
एक सही आदमी ही अपनी
Ranjeet kumar patre
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
वक़्त है तू
Dr fauzia Naseem shad
कुछ दोहे
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
पागल।। गीत
Shiva Awasthi
सोने के सुन्दर आभूषण
surenderpal vaidya
सबके दिल में छाजाओगी तुम
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
तुम्हारा पहला पहला प्यार
Akash Agam
हे मात जीवन दायिनी नर्मदे मैया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सुंदर सा चित्र
Sudhir srivastava
🙅सामयिक मुक्तक🙅
*प्रणय*
जब मरहम हीं ज़ख्मों की सजा दे जाए, मुस्कराहट आंसुओं की सदा दे जाए।
Manisha Manjari
सस्ते नशे सी चढ़ी थी तेरी खुमारी।
Rj Anand Prajapati
पावन सच्चे प्यार का,
sushil sarna
*नयनों में तुम बस गए, रामलला अभिराम (गीत)*
Ravi Prakash
बेवजह मुझसे फिर ख़फ़ा क्यों है - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
काश यह मन एक अबाबील होता
Atul "Krishn"
इतना दिन बाद मिले हो।
Rj Anand Prajapati
ये बीते हूये कल
Shinde Poonam
"मन की बात"
Dr. Kishan tandon kranti
वे जो राई का सदा, देते बना पहाड़
RAMESH SHARMA
मुकाम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माँ
Karuna Bhalla
झूल गयी मोहब्बत मेरी,ख्वाइश और जेब की लड़ाई में,
पूर्वार्थ
ऐ ढ़लती हुई शाम,
Shikha Mishra
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आँखों में सपनों को लेकर क्या करोगे
Suryakant Dwivedi
बेरोजगार युवाओं का दर्द।
Abhishek Soni
सत्य चला ....
संजीवनी गुप्ता
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
Ravikesh Jha
Loading...