Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2024 · 1 min read

प्रतीकात्मक संदेश

शिशु से सहजता , सरलता ,
निर्विकार भाव , सीखो ,
पल भर में बैर भुलाकर दोस्ती का
हाथ बढ़ाना सीखो ,

माता पिता के प्रति हृदय समर्पित भाव
जगाना सीखो ,
बढ़े- बूढ़ों के प्रति सद्भावना एवं आदर का
संस्कार सीखो ,

छोटी- छोटी खुशियाँ सबमें बाँट साथ
खुश रहना सीखो, ,
दुःख को भुलाकर फिर सामान्य हो
जीवन जीना सीखो ,

ईश्वर प्रदत्त प्रतीकात्मक इस अनुपम कृति
निहित संदेश समझो ,
सार्थक जीवन तत्व के महत्व संज्ञान से
अपना जीवन मार्ग प्रशस्त करो।

Language: Hindi
1 Like · 121 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all

You may also like these posts

दलदल..............
दलदल..............
sushil sarna
नशे का घूँट पीकर के तो मंथन कर नहीं सकती
नशे का घूँट पीकर के तो मंथन कर नहीं सकती
अंसार एटवी
* बचाना चाहिए *
* बचाना चाहिए *
surenderpal vaidya
"बदलता लाल रंग।"
Priya princess panwar
😊 व्यक्तिगत मत :--
😊 व्यक्तिगत मत :--
*प्रणय प्रभात*
ठंडक
ठंडक
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
2969.*पूर्णिका*
2969.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बापूजी(नानाजी)
बापूजी(नानाजी)
Kanchan Alok Malu
" ढूँढ़ो दुनिया"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे
मैं हिंदी में इस लिए बात करता हूं क्योंकि मेरी भाषा ही मेरे
Rj Anand Prajapati
........?
........?
शेखर सिंह
कठिनाइयों ने सत्य का दर्पण दिखा दिया
कठिनाइयों ने सत्य का दर्पण दिखा दिया
Dr Archana Gupta
जो झूठ है वहीं सच मानना है...
जो झूठ है वहीं सच मानना है...
P S Dhami
तिरछी गर्दन - व्यंग्य
तिरछी गर्दन - व्यंग्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेहनत
मेहनत
Dr. Pradeep Kumar Sharma
आईना
आईना
Arvina
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
कवि रमेशराज
"नेताओं के झूठे वादें"
राकेश चौरसिया
उदासी की यही कहानी
उदासी की यही कहानी
Suryakant Dwivedi
एक गीत सुनाना मैं चाहूं
एक गीत सुनाना मैं चाहूं
C S Santoshi
बदल रही है ज़िंदगी
बदल रही है ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
"मेरी प्यारी दादी माँ "
CA Amit Kumar
म्हारौ गांव धुम्बड़िया❤️
म्हारौ गांव धुम्बड़िया❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
क्या लिखूं
क्या लिखूं
पूर्वार्थ
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे
पं अंजू पांडेय अश्रु
मानव युग
मानव युग
SURYA PRAKASH SHARMA
ज़िन्दगी  का  हिसाब ऐसा है
ज़िन्दगी का हिसाब ऐसा है
Dr fauzia Naseem shad
अयोध्याधाम
अयोध्याधाम
Sudhir srivastava
कुछ लोग
कुछ लोग
Dr.Pratibha Prakash
#नेकी ही धनवान
#नेकी ही धनवान
Radheshyam Khatik
Loading...