Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2024 · 1 min read

* बचाना चाहिए *

** गीतिका **
~~
क्यों न दिल को कसमसाना चाहिए।
बालपन को भी बचाना चाहिए।

बोझ है भारी बहुत जब शीश पर।
क्यों भला फिर मुस्कुराना चाहिए।

आंख के आंसू न कोई देखता।
काम पर हर रोज आना चाहिए।

है कठिन जीवन श्रमिक का हर तरह।
नित्य जीने का बहाना चाहिए।

जब सहारा ही नहीं देता नहीं।
साथ अपनों को निभाना चाहिए।

आवरण संवेदनाओं पर पड़ा।
स्वप्न में ही मन लगाना चाहिए।

घाव तन पर देखता कोई नहीं।
कब तलक बोझा उठाना चाहिए।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ०१/०५/२०२४

2 Likes · 128 Views
Books from surenderpal vaidya
View all

You may also like these posts

ओ मेरे दाता तेरा शुक्रिया ...
ओ मेरे दाता तेरा शुक्रिया ...
Sunil Suman
मां शैलपुत्री
मां शैलपुत्री
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आओ मिलकर सुनाते हैं एक दूसरे को एक दूसरे की कहानी
आओ मिलकर सुनाते हैं एक दूसरे को एक दूसरे की कहानी
Sonam Puneet Dubey
बचपन और बुढ़ापे का सच हैं
बचपन और बुढ़ापे का सच हैं
Neeraj Agarwal
मोहब्बत मिली  दौलत मिली , शौहरत मिली ,ताज मिला हो गया में दु
मोहब्बत मिली दौलत मिली , शौहरत मिली ,ताज मिला हो गया में दु
bharat gehlot
This Love That Feels Right!
This Love That Feels Right!
R. H. SRIDEVI
वेलेंटाइन डे
वेलेंटाइन डे
Surinder blackpen
दोस्त, दोस्त तब तक रहता है
दोस्त, दोस्त तब तक रहता है
Ajit Kumar "Karn"
हमशक्ल
हमशक्ल
Sudhir srivastava
क्या मेरा
क्या मेरा
Dr fauzia Naseem shad
मेरी लाज है तेरे हाथ
मेरी लाज है तेरे हाथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मुझे छू पाना आसान काम नहीं।
मुझे छू पाना आसान काम नहीं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं
इसकी वजह हो तुम, खता मेरी नहीं
gurudeenverma198
अडिग हौसला
अडिग हौसला
Sunil Maheshwari
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
लक्ष्मी सिंह
मैं स्त्री हूं
मैं स्त्री हूं
indu parashar
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
भक्त औ भगवान का ये साथ प्यारा है।
सत्य कुमार प्रेमी
जिस रिश्ते में
जिस रिश्ते में
Chitra Bisht
वर्तमान समय में रिश्तों की स्थिति पर एक टिप्पणी है। कवि कहता
वर्तमान समय में रिश्तों की स्थिति पर एक टिप्पणी है। कवि कहता
पूर्वार्थ
दोहा
दोहा
Shriyansh Gupta
प्रेम और दोस्ती में अंतर न समझाया जाए....
प्रेम और दोस्ती में अंतर न समझाया जाए....
Keshav kishor Kumar
"फसाद"
Dr. Kishan tandon kranti
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
Priyank Upadhyay
ख्वाब जब टूटने ही हैं तो हम उन्हें बुनते क्यों हैं
ख्वाब जब टूटने ही हैं तो हम उन्हें बुनते क्यों हैं
PRADYUMNA AROTHIYA
मिले हम तुझसे
मिले हम तुझसे
Seema gupta,Alwar
हुनर का मेहनताना
हुनर का मेहनताना
आर एस आघात
इक कविता
इक कविता
Meenakshi Bhatnagar
तुन्द हवा .....
तुन्द हवा .....
sushil sarna
संवेदना प्रकृति का आधार
संवेदना प्रकृति का आधार
Ritu Asooja
4158.💐 *पूर्णिका* 💐
4158.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Loading...