Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
16 Feb 2024 · 1 min read

भला लगता है

परिंदों का चहचहाना
भला लगता है।
फसलों का लहलहाना
भला लगता है।
तुतली बोली में पूछे
मासूम सवालों को
सुलझाना
भला लगता है।
एकांत में बैठकर
चुपके-चुपके
गुनगुनाना
भला लगता है।
शोख चंचल ऑंखों में
शरारत का‌
तैर जाना
भला लगता है।
किसी की भीगी हुई
पलकों को
हॅंसाना
भला लगता है।
और मुझे
तेरा हौले से
मुस्कुराना
भला लगता है।

—प्रतिभा आर्य
चेतन एनक्लेव,
अलवर(राजस्थान)

Loading...