Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2024 · 1 min read

24/240. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*

24/240. छत्तीसगढ़ी पूर्णिका
🌷 हमर मया हमरे दुनिया🌷
22 22 22 2
हमर मया हमरे दुनिया।
सुघ्घर हवे हमरे दुनिया।।
चंदा के अंजोर इहां।
उज्जर नवा हमरे दुनिया।।
रेंग रद्दा चातर चातर ।
रोज जिहां हमरे दुनिया।।
अंतस मा झांकत संगी।
महकत हे हमरे दुनिया।।
हरथे सब पीरा खेदू।
देखय कर हमरे दुनिया।।
……….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश”
03-02-2024शनिवार

220 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

"ऐतबार"
Dr. Kishan tandon kranti
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
आनंद से जियो और आनंद से जीने दो.
Piyush Goel
रखकर हाशिए पर हम हमेशा ही पढ़े गए
रखकर हाशिए पर हम हमेशा ही पढ़े गए
Shweta Soni
उन्वान,
उन्वान,
Bodhisatva kastooriya
कोई शिकवा नहीं
कोई शिकवा नहीं
Dr. Rajeev Jain
3579.💐 *पूर्णिका* 💐
3579.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
Some battles are not for us to win- and some battles are not
Some battles are not for us to win- and some battles are not
पूर्वार्थ
#श्री_शीतलाष्टमी
#श्री_शीतलाष्टमी
*प्रणय प्रभात*
अंतस्थ वेदना
अंतस्थ वेदना
Neelam Sharma
खुद को ढाल बनाये रखो
खुद को ढाल बनाये रखो
कार्तिक नितिन शर्मा
खर्राटा
खर्राटा
Santosh kumar Miri
मेरी शायरी
मेरी शायरी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मनुष्य बनिए
मनुष्य बनिए
Sanjay ' शून्य'
मात्र एक पल
मात्र एक पल
Ajay Mishra
कौन हूं मैं?
कौन हूं मैं?
Rachana
एक तस्वीर बनाने वाले की तस्वीर बाजारों में नही बिक रही थी।
एक तस्वीर बनाने वाले की तस्वीर बाजारों में नही बिक रही थी।
Rj Anand Prajapati
प्रहरी (लघुकथा)
प्रहरी (लघुकथा)
Indu Singh
पाँच हाइकु
पाँच हाइकु
अरविन्द व्यास
गुनाह लगता है किसी और को देखना
गुनाह लगता है किसी और को देखना
Trishika Dhara
रात  जागती  है रात  भर।
रात जागती है रात भर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
'मन चंगा, तो कठौती में गंगा’
'मन चंगा, तो कठौती में गंगा’
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं, बल्कि मानवता की सेवा में
The World News
सपनों का कोई अंत नहीं
सपनों का कोई अंत नहीं
Kamla Prakash
सुविचार
सुविचार
Sunil Maheshwari
भाईदूज
भाईदूज
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
!! होली के दिन !!
!! होली के दिन !!
Chunnu Lal Gupta
हाँ बाम-ए-फ़लक से तुझी को चांद निहारे (ग़ज़ल)
हाँ बाम-ए-फ़लक से तुझी को चांद निहारे (ग़ज़ल)
Johnny Ahmed 'क़ैस'
The smile of love
The smile of love
Otteri Selvakumar
वक्त की मुट्ठी में कैद मुकद्दर क्या है ?
वक्त की मुट्ठी में कैद मुकद्दर क्या है ?
ओसमणी साहू 'ओश'
संकल्प
संकल्प
Davina Amar Thakral
Loading...