Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Dec 2024 · 1 min read

एक तस्वीर बनाने वाले की तस्वीर बाजारों में नही बिक रही थी।

एक तस्वीर बनाने वाले की तस्वीर बाजारों में नही बिक रही थी।
तो उसको हमने सलाह दिया की एक ही कैनवास पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामचंद्र मुरलीधर राधे कृष्ण आदिशक्ति मां दुर्गा,मां शारदा, भगवान विष्णु और कालों के काल महाकाल की तस्वीर बना कर बेचो।
और उसने ये तस्वीर जैसे ही बनाई बाजार में आस्था के पुजारियों ने हाथों हाथ खरीद लिया सभी ने सारे भगवान को एक साथ ही पूज लिया।

RJ Anand Prajapati

1 Like · 30 Views

You may also like these posts

पापा के परी
पापा के परी
जय लगन कुमार हैप्पी
रिश्तों का असंतुलन
रिश्तों का असंतुलन
manorath maharaj
कभी मोहब्बत के लिए मरता नहीं था
कभी मोहब्बत के लिए मरता नहीं था
Rituraj shivem verma
🙂
🙂
Chaahat
तितलियां
तितलियां
Minal Aggarwal
एक उदासी
एक उदासी
Shweta Soni
2740. *पूर्णिका*
2740. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी हालत
मेरी हालत
लक्ष्मी सिंह
उहे सफलता हवय ।
उहे सफलता हवय ।
Otteri Selvakumar
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
विजय कुमार अग्रवाल
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण
Anil Kumar Mishra
विदाई - एक नई शुरुआत
विदाई - एक नई शुरुआत
Savitri Dhayal
🌹सतत सर्जन🌹
🌹सतत सर्जन🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
ईमानदारी. . . . . लघुकथा
ईमानदारी. . . . . लघुकथा
sushil sarna
Let us converse with ourselves a new this day,
Let us converse with ourselves a new this day,
अमित
आकांक्षा पत्रिका 2024 की समीक्षा
आकांक्षा पत्रिका 2024 की समीक्षा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
"सफलता"
Dr. Kishan tandon kranti
2024
2024
*प्रणय*
*ज़िन्दगी का सार*
*ज़िन्दगी का सार*
Vaishaligoel
बदलते रिश्ते
बदलते रिश्ते
Ashwani Kumar Jaiswal
जैसे-जैसे हम चुनौतियों और असफलताओं की घुमावदार सड़कों पर चलत
जैसे-जैसे हम चुनौतियों और असफलताओं की घुमावदार सड़कों पर चलत
पूर्वार्थ
सफर
सफर
Mansi Kadam
पत्थर भी तेरे दिल से अच्छा है
पत्थर भी तेरे दिल से अच्छा है
Harinarayan Tanha
उम्मीद खुद से करेंगे तो ये
उम्मीद खुद से करेंगे तो ये
Dr fauzia Naseem shad
"हमारा सब कुछ"
इंदु वर्मा
*कुछ शेष है अब भी*
*कुछ शेष है अब भी*
अमित मिश्र
आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी।
आए हैं फिर चुनाव कहो राम राम जी।
सत्य कुमार प्रेमी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गलत को गलत क्या बता दिया
गलत को गलत क्या बता दिया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...