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11 Mar 2025 · 1 min read

“जीवन अनमोल है। इसे व्यर्थ न गंवाइए। समय से जिसका चित्त जागृ

“जीवन अनमोल है। इसे व्यर्थ न गंवाइए। समय से जिसका चित्त जागृत हो गया, समझों वह जीवन की डगर पर सफल हो गया।”
© डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया

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