Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2024 · 1 min read

बाल कविता: चिड़िया आयी

बाल कविता: चिड़िया आयी
**********************

चिड़िया आयी चिड़िया आयी,
खुशियों वाली पुड़िया आयी।

अम्मा कहती आओ आओ,
अन्न के दाने तुम खा जाओ।
फुदक फुदक कर चुगती दाना,
चूँ- चूँ करके गाती गाना।
पानी भरा मिट्टी का दौना,
गौरी दीदी लेकर आयी।
चिड़िया आयी चिड़िया आयी…

रंग- बिरंगे उसके पंख,
लगती जैसे उड़ती पतंग।
मन में भरके नई उमंग,
चलती लेके बच्चे संग।
दाना भरके मुँह में अपने,
चोंच से चोंच मिलायी।
चिड़िया आयी चिड़िया आयी…

बैठी छप्पर में बनाया घोंसला,
सौ साल जीने का हौसला।
अंडे रखे गिनती के चार,
बन गया उसका नया परिवार।
टूटा छप्पर उड़ गयी चिड़िया,
जब आँधी बरसात आयी।
चिड़िया आयी चिड़िया आयी…

*********📚*********
स्वरचित कविता 📝
✍️रचनाकार:
राजेश कुमार अर्जुन

2 Likes · 202 Views
Books from Rajesh Kumar Arjun
View all

You may also like these posts

नज़र मिल जाए तो लाखों दिलों में गम कर दे।
नज़र मिल जाए तो लाखों दिलों में गम कर दे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
अभिमान है हिन्दी
अभिमान है हिन्दी
अरशद रसूल बदायूंनी
आलता महावर
आलता महावर
Pakhi Jain
जीना सीखा
जीना सीखा
VINOD CHAUHAN
कबीर ज्ञान सार
कबीर ज्ञान सार
भूरचन्द जयपाल
बाल कविता: मछली
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दर परत दर रिश्तों में घुलती कड़वाहट
दर परत दर रिश्तों में घुलती कड़वाहट
Mamta Rani
मां की ममता
मां की ममता
Shutisha Rajput
वो गली का मुहाना,वो नुक्कड़ की दुकान
वो गली का मुहाना,वो नुक्कड़ की दुकान
पं अंजू पांडेय अश्रु
रंगों को मत दीजिए,
रंगों को मत दीजिए,
sushil sarna
मुफ़्तखोरी
मुफ़्तखोरी
SURYA PRAKASH SHARMA
कितना प्यारा कितना पावन
कितना प्यारा कितना पावन
जगदीश लववंशी
🙅अजब संयोग🙅
🙅अजब संयोग🙅
*प्रणय*
परिंदे बिन पर के (ग़ज़ल)
परिंदे बिन पर के (ग़ज़ल)
Vijay kumar Pandey
विकास की बाट जोहता एक सरोवर।
विकास की बाट जोहता एक सरोवर।
श्रीकृष्ण शुक्ल
"फर्क"
Dr. Kishan tandon kranti
दाता
दाता
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा।
ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा।
सत्य कुमार प्रेमी
Empty love
Empty love
Otteri Selvakumar
जीवंत हो तभी भावना है
जीवंत हो तभी भावना है
goutam shaw
Casino 23Win mang đến không gian giải trí hiện đại với hàng
Casino 23Win mang đến không gian giải trí hiện đại với hàng
23Win
पीठ पर लगे घाव पर, मरहम न लगाया मैंने।
पीठ पर लगे घाव पर, मरहम न लगाया मैंने।
श्याम सांवरा
सहयोग
सहयोग
Rambali Mishra
मुक्तक
मुक्तक
surenderpal vaidya
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
हर मुश्किल का हल निकलेगा..!
पंकज परिंदा
रंगीली होली
रंगीली होली
Savitri Dhayal
हर किसी पे भरोसा न कर ,
हर किसी पे भरोसा न कर ,
Yogendra Chaturwedi
गुड़िया
गुड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जो दिखाते हैं हम वो जताते नहीं
जो दिखाते हैं हम वो जताते नहीं
Shweta Soni
Loading...