Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jun 2024 · 1 min read

ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा।

मुक्तक

ये माना तुमने है कैसे तुम्हें मैं भूल जाऊंगा।
नहीं मुमकिन तुम्हारे बिन मैं कैसे जी भी पाऊंगा।
तुम्हें मुझ पर भरोसा है, तो हरदम याद ये रखना,
कोई भी लाक्षा गृह हो उसे मैं तोड़ आऊंगा।

………✍️ सत्य कुमार प्रेमी

Language: Hindi
100 Views
Books from सत्य कुमार प्रेमी
View all

You may also like these posts

पलकों पे जो ठहरे थे
पलकों पे जो ठहरे थे
Dr fauzia Naseem shad
मतलब का सब नेह है
मतलब का सब नेह है
विनोद सिल्ला
दोहा ग़ज़ल. . .
दोहा ग़ज़ल. . .
sushil sarna
'भोर'
'भोर'
Godambari Negi
सारी जिंदगी कुछ लोगों
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
मुझको मालूम है तुमको क्यों है मुझसे मोहब्बत
gurudeenverma198
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
ओनिका सेतिया 'अनु '
इजोत
इजोत
श्रीहर्ष आचार्य
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जंगल ये जंगल
जंगल ये जंगल
Dr. Mulla Adam Ali
"ग़ौरतलब"
Dr. Kishan tandon kranti
खबर
खबर
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
Dr अरुण कुमार शास्त्री
Dr अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
खर्च हो रही है ज़िन्दगी।
खर्च हो रही है ज़िन्दगी।
Taj Mohammad
निमंत्रण ठुकराने का रहस्य
निमंत्रण ठुकराने का रहस्य
Sudhir srivastava
बदलाव
बदलाव
Shyam Sundar Subramanian
कर्म ही पूजा है ।
कर्म ही पूजा है ।
Diwakar Mahto
"सीधी बातें"
ओसमणी साहू 'ओश'
*शंका समाधान चाहता है*
*शंका समाधान चाहता है*
Ghanshyam Poddar
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Patience and determination, like a rock, is the key to their hearts' lock.
Manisha Manjari
मुक्तक
मुक्तक
Santosh Soni
मईया एक सहारा
मईया एक सहारा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आगे निकल जाना
आगे निकल जाना
surenderpal vaidya
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
*शीतल शोभन है नदिया की धारा*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
क़िताबों से सजाया गया है मेरे कमरे को,
क़िताबों से सजाया गया है मेरे कमरे को,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
■ एक_और_बरसी...
■ एक_और_बरसी...
*प्रणय*
मस्तमौला फ़क़ीर
मस्तमौला फ़क़ीर
Shekhar Chandra Mitra
ग़मों को रोज़ पीना पड़ता है,
ग़मों को रोज़ पीना पड़ता है,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...