Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 2 min read

वक्त

एै वक्त ठहर जा कोई खास है अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का शबब तेरी तारीख का नूर बताने वाला!!

एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का सबब तेरी तारीख कि का नूर बताने वाला!!

तेरे लम्हों ने जहां को बनते बिगड़ते देखा तूं ही इंसा को जमाने में बताने वाला।

तूं ही किस्मत का करिश्मा राजा रंक बनाने वाला!!

एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का सबब तेरी तारीख कि का नूर बताने वाला!!

कभी मुकद्दर का गुरुर कभी ताकत का सुरूर हुस्न दौलत कि चमक चाँद दिखाने वाला!!

एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का सबब तेरी तारीख कि का नूर बताने वाला!!

तेरे ही करम का बूझदिल इंसा तेरे ही रहमों का इंसा खुदा भगवान् तूं ही खुदा भगवान् को जमाने में लाने वाला!!

एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का सबब तेरी तारीख कि का नूर बताने वाला!!

तूं चलता मचलता जाता अपनी रफ्तार में इंसा तेरी रफ्तार का रफ्ता रफ्ता जहाँ कि तमाम जागीर का तूं ही रखवाला!!

एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का सबब तेरी तारीख कि का नूर बताने वाला!!

कभी दूआओं कि मुस्कान कहीं गमगिन हालत कि चाल कभी चहतों कि चाहत मंज़िलो कि राह बताने वाला!!

एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का सबब तेरी तारीख कि का नूर बताने वाला!!

तूं ठहरता ही नहीं चलता जाता खुदा भी बुलाए लौट कर नहीं आता इंसा तेरे लम्हों कि कसक यादों में जीता जाता!!

एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का सबब तेरी तारीख कि का नूर बताने वाला!!

तूं ठहरता है वहां जहां तेरी रफ्तार कि नई पहचान बनाता है कोई तू दुनिया को इंसान के चेहरों में भगवान् बताने वाला!!

एै वक्त ठहर जा कोई खास अंदाज़ है आने वाला तेरे लम्हों के इंतज़ार का सबब तेरी तारीख कि का नूर बताने वाला!!

Language: Hindi
Tag: गीत
190 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
View all

You may also like these posts

कितनी ही नफ़रत करो, जीतेगा बस प्यार।
कितनी ही नफ़रत करो, जीतेगा बस प्यार।
Suryakant Dwivedi
लौकिक से अलौकिक तक!
लौकिक से अलौकिक तक!
Jaikrishan Uniyal
गतिमान रहो
गतिमान रहो
श्रीकृष्ण शुक्ल
अर्धांगनी
अर्धांगनी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
धिन  धरणी  मेवाड़ री, धिन राणा रौ राज।
धिन धरणी मेवाड़ री, धिन राणा रौ राज।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
कैसे आये हिज्र में, दिल को भला करार ।
कैसे आये हिज्र में, दिल को भला करार ।
sushil sarna
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
तीन मुक्तकों से संरचित रमेशराज की एक तेवरी
कवि रमेशराज
आगमन
आगमन
Shikha Mishra
ऐ जिंदगी
ऐ जिंदगी
अनिल "आदर्श"
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
चढ़ता सूरज ढलते देखा,
चढ़ता सूरज ढलते देखा,
Satish Srijan
मिथ्या सत्य (कविता)
मिथ्या सत्य (कविता)
Indu Singh
आई है होली
आई है होली
Meera Thakur
वो शख्स बड़ा मजनू निकला
वो शख्स बड़ा मजनू निकला
Jitendra kumar
पुस्तक
पुस्तक
Rajesh Kumar Kaurav
दिल्ली की बिल्ली
दिल्ली की बिल्ली
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
सुनो...
सुनो...
हिमांशु Kulshrestha
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
आप वही बोले जो आप बोलना चाहते है, क्योंकि लोग वही सुनेंगे जो
Ravikesh Jha
4448.*पूर्णिका*
4448.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मंदिर में मिलेगा न शिवालों में  मिलेगा
मंदिर में मिलेगा न शिवालों में मिलेगा
Shweta Soni
दुल्हन
दुल्हन
शिवम "सहज"
*धन्य विवेकानंद प्रवक्ता, सत्य सनातन ज्ञान के (गीत)*
*धन्य विवेकानंद प्रवक्ता, सत्य सनातन ज्ञान के (गीत)*
Ravi Prakash
" समाहित "
Dr. Kishan tandon kranti
फुरसत
फुरसत
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
बुनियाद के पत्थर
बुनियाद के पत्थर
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय प्रभात*
अपने हुस्न पर इतना गुरूर ठीक नहीं है,
अपने हुस्न पर इतना गुरूर ठीक नहीं है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
रूह की चाहत🙏
रूह की चाहत🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
कोई होटल की बिखरी ओस में भींग रहा है
Akash Yadav
गुरु पूर्णिमा का महत्व एवं गुरु पूजन
गुरु पूर्णिमा का महत्व एवं गुरु पूजन
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...