Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jan 2024 · 2 min read

पहली दस्तक

जब प्रकृति में सूर्य की किरण से, प्रकाश का संश्लेषण होता है।
तब पादप का भोजन बनता, जीवन का पूरा विश्लेषण होता है।
सूर्य एक अक्षय ऊर्जा स्त्रोत, जिसके प्रमाण विज्ञान के पास है।
जल, मृदा व वन से भी सर्वोपरि है, यही तो जीवन की आस है।

सूरज के क्षितिज पर आने से, प्रकृति में ऊर्जा परवान चढ़ती है।
खिले सूरज की पहली दस्तक, जब-जब मेरे आंगन पे पड़ती है।

कल बाज़ार में मिली नई पौध, आज गमले में सजाकर रखी है।
पिछले साल की पलाऊ मिट्टी, हमने पन्नियों में बचाकर रखी है।
बारिश में बहकर आए केंचुए, आज हमारी सहायता करने लगे।
उनके अथक प्रयासों से ही, मेरी बगिया के सब पौधे बढ़ने लगे।

गमलों से सजी हुई क्यारियों संग, कोंपलें भी खुलकर बढ़ती हैं।
खिले सूरज की पहली दस्तक, जब-जब मेरे आंगन पे पड़ती है।

मौसमी चक्र है बड़ा अद्भुत, जिसमें फसलों का निश्चित क्रम है।
मौसम फसल खा जाते हैं, यह सत्यता नहीं बल्कि एक भ्रम है।
सूर्य की आभा, जल का प्रवाह, मृदा की महक, सब है निराला।
जो इनके महत्त्व को समझ गया, वो कृषक बड़ा किस्मत वाला।

गर्मियों में हवाएं, ठंडियों में ओंस, सूरज की किरण से लड़तीं हैं।
खिले सूरज की पहली दस्तक, जब-जब मेरे आंगन पे पड़ती है।

अधिकांश प्रदूषक तत्त्व ही तो हैं, इस त्रस्त ग्रह के खर व दूषण।
इनकी अनियंत्रित मात्रा से ही, आज प्रकृति में फैला है प्रदूषण।
विश्व में कुछ ही वर्षों के बाद, गहरी धुंध में ये सूर्य घुल जायेगा।
तब प्रकृति बनेगी विनाशक, शायद ऐसे में ये पाप धुल जायेगा।

कुछ यों भावी पीढ़ियाॅं समस्त दोष, पुरानी पीढ़ियों पर मढ़ती हैं।
खिले सूरज की पहली दस्तक, जब-जब मेरे आंगन पे पड़ती है।

Language: Hindi
5 Likes · 180 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
View all

You may also like these posts

" दौर "
Dr. Kishan tandon kranti
,,,,,,,,,,,,?
,,,,,,,,,,,,?
शेखर सिंह
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
"मनुज बलि नहीं होत है - होत समय बलवान ! भिल्लन लूटी गोपिका - वही अर्जुन वही बाण ! "
Atul "Krishn"
व्यथा कथा
व्यथा कथा
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
राजनीति और वोट
राजनीति और वोट
Kumud Srivastava
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
देवों की भूमि उत्तराखण्ड
Ritu Asooja
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
अमर क्रन्तिकारी भगत सिंह
कवि रमेशराज
क्या आजाद हैं हम ?
क्या आजाद हैं हम ?
Harminder Kaur
प्रवासी भारतीय दिवस
प्रवासी भारतीय दिवस
Anop Bhambu
जुनून
जुनून
अखिलेश 'अखिल'
प्रेमिका और पत्नी
प्रेमिका और पत्नी
Acharya Rama Nand Mandal
दस रुपए की कीमत तुम क्या जानोगे
दस रुपए की कीमत तुम क्या जानोगे
Shweta Soni
जो अपने विचारों में परिवर्तन नही कर सकता उसके जीवन में कोई भ
जो अपने विचारों में परिवर्तन नही कर सकता उसके जीवन में कोई भ
Rj Anand Prajapati
मेरे हिस्से की धूप
मेरे हिस्से की धूप
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
करार
करार
seema sharma
मुझे कॉल करना..
मुझे कॉल करना..
पूर्वार्थ देव
मौसम है मस्ताना, कह दूं।
मौसम है मस्ताना, कह दूं।
पंकज परिंदा
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा
Dr Archana Gupta
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
प्रेषित करें प्रणाम
प्रेषित करें प्रणाम
महेश चन्द्र त्रिपाठी
पानी ही पानी
पानी ही पानी
TARAN VERMA
3524.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3524.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
Rituraj shivem verma
विडंबना
विडंबना
श्याम सांवरा
हो सके तो फिर मेरे दिल में जगह बनाकर देख ले
हो सके तो फिर मेरे दिल में जगह बनाकर देख ले
Jyoti Roshni
महफिलों में अब वो बात नहीं
महफिलों में अब वो बात नहीं
Chitra Bisht
जन्मदिन का तोहफा**
जन्मदिन का तोहफा**
Bindesh kumar jha
सच
सच
Meera Thakur
ज़िंदगी भर की हिफ़ाज़त की क़सम खाते हुए
ज़िंदगी भर की हिफ़ाज़त की क़सम खाते हुए
पूर्वार्थ
Loading...