Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2024 · 1 min read

फूल खिले हैं डाली-डाली,

★★★★★★★★★★
फूल खिले हैं डाली-डाली,
सभी ओर फैली हरियाली।
प्रात काल की सूर्य किरण से,
धरती पर छाई उजियाली।
★★★★★★★★★★
रंग बिरंगे फूल खिले हैं,
लगते कितने प्यारे-प्यारे।
धरती से अंबर तक देखो,
खुश्बू बाँटे पवन सहारे।
बेला, चंपा, और चमेली,
महक लुटाती ये मतवाली।
फूल खिले हैं डाली-डाली….
★★★★★★★★★★
बाग-बाग में खिले पुष्प पर,
तितली झूमे नाचे गाए,
मधुर पराग कणों को पीकर,
भवरे उन संग गुनगुनाए।
खग-वृंद सभी चिहुक रहे हैं,
देख सूर्य की अद्भुत लाली।
फूल खिले हैं डाली-डाली……………
★★★★★★★★★★
स्वरचित
वेधा सिंह

Language: Hindi
Tag: गीत
240 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Vedha Singh
View all

You may also like these posts

दोस्ती..
दोस्ती..
Abhishek Rajhans
रोशनी का पेड़
रोशनी का पेड़
Kshma Urmila
गॉड दैट फेल्ड
गॉड दैट फेल्ड
Shekhar Chandra Mitra
दोहा पंचक. . . विविध
दोहा पंचक. . . विविध
sushil sarna
युवा शक्ति
युवा शक्ति
संजय कुमार संजू
बेटियों को मुस्कुराने दिया करो
बेटियों को मुस्कुराने दिया करो
Shweta Soni
शीर्षक :वीर हो (उल्लाला छंद)
शीर्षक :वीर हो (उल्लाला छंद)
n singh
आपने जो इतने जख्म दिए हमको,
आपने जो इतने जख्म दिए हमको,
Jyoti Roshni
तेरा मेरा साथ
तेरा मेरा साथ
Pratibha Pandey
सवाल खुद में, फिर एक
सवाल खुद में, फिर एक
Dr fauzia Naseem shad
शायरी की राह
शायरी की राह
Chitra Bisht
sp33 हर मानव एक बूंद/ आशा और निराशा
sp33 हर मानव एक बूंद/ आशा और निराशा
Manoj Shrivastava
मुक्तक ....
मुक्तक ....
Neelofar Khan
फरवरी का महीना अजीब है.
फरवरी का महीना अजीब है.
Vishal Prajapati
कौन‌ है, राह गलत उनको चलाता क्यों है।
कौन‌ है, राह गलत उनको चलाता क्यों है।
सत्य कुमार प्रेमी
हर  घड़ी  ज़िन्दगी  की  सुहानी  लिखें
हर घड़ी ज़िन्दगी की सुहानी लिखें
Dr Archana Gupta
देशभक्ति कविता
देशभक्ति कविता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
मेरे हमदर्द मेरे हमराह, बने हो जब से तुम मेरे
gurudeenverma198
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
माज़ी में जनाब ग़ालिब नज़र आएगा
Atul "Krishn"
प्राण प्रतिष्ठा
प्राण प्रतिष्ठा
Khajan Singh Nain
कर्म का फल भाग - 1 रविकेश झा
कर्म का फल भाग - 1 रविकेश झा
Ravikesh Jha
*** तस्वीर....!!! ***
*** तस्वीर....!!! ***
VEDANTA PATEL
विदाई
विदाई
Ruchi Sharma
हम दीपावली मनाएँगे (बाल कविता)
हम दीपावली मनाएँगे (बाल कविता)
Ravi Prakash
** दूर कैसे रहेंगे **
** दूर कैसे रहेंगे **
Chunnu Lal Gupta
पुस्तक
पुस्तक
Vedha Singh
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय प्रभात*
मुझे मालूम हैं ये रिश्तों की लकीरें
मुझे मालूम हैं ये रिश्तों की लकीरें
VINOD CHAUHAN
" लक्ष्य "
Dr. Kishan tandon kranti
पुनर्मिलन
पुनर्मिलन
Sagar Yadav Zakhmi
Loading...