Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jan 2024 · 1 min read

श्री कृष्ण भजन

कृष्णा का गोकुल गांम है, बंशी बजाना काम है -2
है माखन चोर कन्हैया -2 माखन का चोर श्याम है
निर्धन को सुख धाम है
माखन का चोर श्याम है, निर्धन को सुख धाम है
1】 घर-घर मटकियाँ फोड़ी, माखन चुराया है -2
घर-घर मटकियाँ फोड़ी, माखन चुराया है 【कोरस】
चोर सांवरा ही गुजरिया, क्यों तुझको भाया है -2
छवि करतार की, लगन श्याम यार की -2
है माखन चोर कन्हैया -2 माखन का चोर श्याम है
निर्धन को सुख धाम है
माखन का चोर श्याम है, निर्धन को सुख धाम है
2】 दिल में बसाया तुझको, अंखियों में छुपाया है
दिल में बसाया तुझको, अंखियों में छुपाया है 【कोरस】
धड़कनों का राजा तू है, सांसों का साया है -2
भक्तों की ये पुकार है, सांवरिया दिलदार है -2
है माखन चोर कन्हैया -2 माखन का चोर श्याम है
निर्धन को सुख धाम है
माखन का चोर श्याम है, निर्धन को सुख धाम है
【3】 झूठी है दुनियाँ मोहन, झूठे इरादे हैं
झूठी है दुनियाँ श्याम, झूठे इरादे हैं 【कोरस】
वफा भूल जहर पिला दे, ऐसे जग शहजादे हैं -2
टेर सुन दीन की, लगन है यकीन की -2
है माखन चोर कन्हैया -2 माखन का चोर श्याम है
निर्धन को सुख धाम है
माखन का चोर श्याम है, निर्धन को सुख धाम है
लेखक:- खैम सिंह सैनी, मो.नं. :- 92660 34599

1 Like · 232 Views

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
दहेज की जरूरत नहीं
दहेज की जरूरत नहीं
भरत कुमार सोलंकी
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
कन्या
कन्या
Bodhisatva kastooriya
*नई दुकान कहॉं चलती है (हिंदी गजल)*
*नई दुकान कहॉं चलती है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
भजन -मात भवानी- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
भजन -मात भवानी- रचनाकार -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन।
कहते हैं सब प्रेम में, पक्का होता आन।
आर.एस. 'प्रीतम'
समझ
समझ
मधुसूदन गौतम
रिश्ता नहीं है तो जीने का मक़सद नहीं है।
रिश्ता नहीं है तो जीने का मक़सद नहीं है।
Ajit Kumar "Karn"
तेरे संग
तेरे संग
seema sharma
पग पग दीप करे उजियारा।
पग पग दीप करे उजियारा।
अनुराग दीक्षित
रिश्तों की डोर
रिश्तों की डोर
मनोज कर्ण
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*प्रणय*
जीवन है आँखों की पूंजी
जीवन है आँखों की पूंजी
Suryakant Dwivedi
“रफ़्तार पकड़ती ज़िंदगी”
“रफ़्तार पकड़ती ज़िंदगी”
ओसमणी साहू 'ओश'
ओ लहर बहती रहो …
ओ लहर बहती रहो …
Rekha Drolia
रब का एक ही नाम
रब का एक ही नाम
Dr. Man Mohan Krishna
"मुलाजिम"
Dr. Kishan tandon kranti
सामंजस्य हमसे बिठाओगे कैसे
सामंजस्य हमसे बिठाओगे कैसे
डॉ. एकान्त नेगी
नई जगह ढूँढ लो
नई जगह ढूँढ लो
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
मेरी जिंदगी, मेरी आरज़ू, मेरा जहां हो तुम,
मेरी जिंदगी, मेरी आरज़ू, मेरा जहां हो तुम,
Jyoti Roshni
शोख लड़की
शोख लड़की
Ghanshyam Poddar
अध्यापक
अध्यापक
प्रदीप कुमार गुप्ता
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
📝अवसर हमारे आस पास है बस सतर्क रहिये...♥️✨
📝अवसर हमारे आस पास है बस सतर्क रहिये...♥️✨
पूर्वार्थ
भेज भी दो
भेज भी दो
हिमांशु Kulshrestha
हर किसी में निकाल दें खामी
हर किसी में निकाल दें खामी
Dr fauzia Naseem shad
एक ऐसी रचना जो इस प्रकार है
एक ऐसी रचना जो इस प्रकार है
Rituraj shivem verma
प्राण- प्रतिष्ठा
प्राण- प्रतिष्ठा
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Loading...