“मुश्किलों से मन भर गया है मेरा ll
“मुश्किलों से मन भर गया है मेरा ll
हां, हंसने का मन कर रहा है मेरा ll
पता नहीं क्या कीमत चुकानी पड़े हंसने की,
मैं तो हंस रहा हूं, मगर दिल डर रहा है मेरा ll
जितनी खुशी मिली, उतने गम मिले,
हिसाब-किताब बराबर रहा है मेरा ll
सुख दुःख में भरपूर बरसे नयना,
ताउम्र हरा भरा सफर रहा है मेरा ll
जाने क्यों परिणाम बद्तर मिल रहे हैं,
जबकि इम्तिहान तो बेहतर गया है मेरा ll”