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28 Dec 2023 · 1 min read

चांद सी चंचल चेहरा 🙏

नारी न निराश करो मन को
अद्भूत नगीना देती जग को
सौन्दर्य सुंदरता कुदरत की

रंगभरी रंगगोली प्रकृति की
सुन्दर काया समुंदर माया
चंचल चंचला चाँद सी चेहरा

ममता दया करूणा की सागर
बोली वाणी सहज स्वभाव मधुर
अमृत कलश भरी रुहानी जीवन

पवित्र निर्मल मधु दूजे साथी
निश्चल निर्मल ना आना कानी
जगत सहारा बन जीवन रेखा

स्वर्ग सुख स्वप्न परी सी काया
जग भाते सुंदर मूरत तेरी माया
स्वर्ग उतरी नारी सुंदरता की देवी

मधुर मधु एक दूजे के साथी
क्लेस कपट हीन भावों से भरी
जग जन जीते नारी तेरे सहारे

नारी पवित्र आप पालनहारी
वंश ऋष्टि परंपरा रक्षाकारी
सत् नमन करता है प्राणी ।

Language: Hindi
227 Views
Books from तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
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