Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Shyam Sundar Subramanian
145 Followers
Follow
Report this post
27 Dec 2023 · 1 min read
सराब -ए -आप में खो गया हूं ,
सराब -ए -आप में खो गया हूं ,
कुछ इस-क़दर बे-ख़ुद हो गया हूं ।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
270 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
खुली किताब
Shyam Sundar Subramanian
भाव तरंग
Shyamsundar Subramanian
काव्य सरिता
Shyam Sundar Subramanian
You may also like these posts
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
बात
Ajay Mishra
हमसे भी अच्छे लोग नहीं आयेंगे अब इस दुनिया में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जन्मदिन मुबारक हो
Deepali Kalra
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
Lokesh Sharma
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें,
DrLakshman Jha Parimal
हरी दरस को प्यासे हैं नयन...
Jyoti Khari
अरदास भजन
Mangu singh
दूहौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मुखर मौन
Jai Prakash Srivastav
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
*प्रणय*
कौवों को भी वही खिला सकते हैं जिन्होंने जीवित माता-पिता की स
गुमनाम 'बाबा'
सत्तावन की क्रांति का ‘ एक और मंगल पांडेय ’
कवि रमेशराज
पढ़ो और पढ़ाओ
VINOD CHAUHAN
" जीवन "
Dr. Kishan tandon kranti
स्वर्गीय लक्ष्मी नारायण पांडेय निर्झर की पुस्तक 'सुरसरि गंगे
Ravi Prakash
अब सौंप दिया इस जीवन का
Dhirendra Singh
बफेट सिस्टम
Praveen Bhardwaj
एक शायर का दिल ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
मैं तो ईमान की तरह मरा हूं कई दफा ,
Manju sagar
रेत मुट्ठी से फिसलता क्यूं है
Shweta Soni
दो कदम
Dr fauzia Naseem shad
तेरे लिए
ललकार भारद्वाज
आपके आने से
Johnny Ahmed 'क़ैस'
दोनों मुकर जाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
23/41.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गुरु ही साक्षात ईश्वर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
पिता के बिना सन्तान की, होती नहीं पहचान है
gurudeenverma198
क्या हुआ यदि हार गए तुम ,कुछ सपने ही तो टूट गए
पूर्वार्थ
ये ढलती शाम है जो, रुमानी और होगी।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...