Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2023 · 1 min read

– तेरे झुमके की आवाज सुनकर –

– तेरे झुमके की आवाज सुनकर –
तेरे झुमके की आवाज सुनकर,
में दौड़ा चला आता हु,
इधर – उधर ताकता रहता हु,
उसकी एक झलक पाने को में बेताब हुआ जाता हु,
देखते ही उसको आंखो में चमक आ जाती है,
किसी से कुछ न कहता हु पर मन ही मन मुस्कुराता हु,
सामने आने पर उससे बात करने से कतराता हु,
मिल जाए वो मुझे ऐसी ईश्वर से अपने लिए दुआ में लाता हु,
उसकी एक झलक पाने पर उत्साहित हो जाता हु,
बाहों में उसको भर के बस उसी का हो जाना चाहता हु,
ईश्वर से बस यही दुआ लिख दे भरत किन किस्मत में उसका हाथ,
गहलोत यह अरदास में लाता हु,
तेरे झुमके की आवाज सुनकर ,
दौड़ा चला आता हु,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क -7742016184

Language: Hindi
133 Views

You may also like these posts

विषय-जिंदगी।
विषय-जिंदगी।
Priya princess panwar
उसने  कहा जो कुछ  तो   पहले वो
उसने कहा जो कुछ तो पहले वो
shabina. Naaz
राजनीति
राजनीति
Bodhisatva kastooriya
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
सम्मानार्थ प्रविष्ठियां आमंत्रित हैं
Mukesh Kumar Rishi Verma
मुस्कान आई है ....
मुस्कान आई है ....
Manisha Wandhare
बीते हुए दिन बचपन के
बीते हुए दिन बचपन के
Dr.Pratibha Prakash
मर्यादाएँ टूटतीं, भाषा भी अश्लील।
मर्यादाएँ टूटतीं, भाषा भी अश्लील।
Arvind trivedi
*बाढ़*
*बाढ़*
Dr. Priya Gupta
हमारी भूले
हमारी भूले
C S Santoshi
कुण्डलियाँ छंद
कुण्डलियाँ छंद
पंकज परिंदा
आत्म जागरूकता कोई उपलब्धि हासिल करना नहीं है, बस आप स्वयं को
आत्म जागरूकता कोई उपलब्धि हासिल करना नहीं है, बस आप स्वयं को
Ravikesh Jha
सखि आया वसंत
सखि आया वसंत
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जन्नत का हरेक रास्ता, तेरा ही पता है
जन्नत का हरेक रास्ता, तेरा ही पता है
Dr. Rashmi Jha
कलयुग की छाया में,
कलयुग की छाया में,
Niharika Verma
"कमाल"
Dr. Kishan tandon kranti
श्याम वंदना
श्याम वंदना
Sonu sugandh
सरस्वती वंदना-2
सरस्वती वंदना-2
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मौत पर तो यक़ीन है लेकिन ।
मौत पर तो यक़ीन है लेकिन ।
Dr fauzia Naseem shad
चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
चंद शब्दों से नारी के विशाल अहमियत
manorath maharaj
पैसे के बिना आज खुश कोई कहाॅं रहता है,
पैसे के बिना आज खुश कोई कहाॅं रहता है,
Ajit Kumar "Karn"
It is what it is
It is what it is
पूर्वार्थ
तेरी चेहरा जब याद आती है तो मन ही मन मैं मुस्कुराने लगता।🥀🌹
तेरी चेहरा जब याद आती है तो मन ही मन मैं मुस्कुराने लगता।🥀🌹
जय लगन कुमार हैप्पी
बाल कविता: मदारी का खेल
बाल कविता: मदारी का खेल
Rajesh Kumar Arjun
जीभ/जिह्वा
जीभ/जिह्वा
लक्ष्मी सिंह
जो प्राप्त है वो पर्याप्त है
जो प्राप्त है वो पर्याप्त है
Sonam Puneet Dubey
इक चमन छोड़ आये वतन के लिए
इक चमन छोड़ आये वतन के लिए
Mahesh Tiwari 'Ayan'
तुम से ज़ुदा हुए
तुम से ज़ुदा हुए
हिमांशु Kulshrestha
🙅एक शोध🙅
🙅एक शोध🙅
*प्रणय*
बड़े खुश हैं हम
बड़े खुश हैं हम
sushil sharma
2831. *पूर्णिका*
2831. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...