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26 Aug 2023 · 1 min read

“मीलों में नहीं”

“मीलों में नहीं”
जंग मीलों में नहीं
बित्तों में जीती जाती है,
ये सारी दुनिया भी
बाँहों में कहाँ समाती है?
हार कर भी
जो लोग मुस्कुरा देते हैं,
वो ही जीत कर
दुनिया को दिखा देते हैं।

17 Likes · 9 Comments · 231 Views
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