3807
3807.💐 पूर्णिका 💐
🌹 कर पाते कदर नहीं🌹
22:22 22
कर पाते कदर नहीं ।
हो अपना कदर नहीं ।।
जीने का मकसद क्या।
नासमझी कदर नहीं ।।
महके बगियां देखो।
फूलों का कदर नहीं ।।
बेजान यहाँ सब ।
जीवन का कदर नहीं ।।
प्यार करें सच खेदू।
दिल में कुछ कदर नहीं ।।
…….✍ डॉ .खेदू भारती”सत्येश “
02-08-2024शुक्रवार