Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Apr 2023 · 1 min read

शेर

खुशी मयस्सर भी ना हुई गम का पहाड़ टूट गया।
मेहंदी लगी रह गयी और शौहर का संग छूट गया।।

इधर बिदाई हुई उधर दुश्मन ने धावा बोल दिया।
देश की खातिर शादी का बंधन बीच में ही खोल दिया।।

सरहद पर लड़ते लड़ते बांका नोजवान शहीद हो गया।
भारत माँ के आंचल में सदा सदा के लिए सो गया।।

Language: Hindi
1 Like · 199 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

रुखसत (ग़ज़ल)
रुखसत (ग़ज़ल)
ओनिका सेतिया 'अनु '
🙅अजब-ग़ज़न🙅
🙅अजब-ग़ज़न🙅
*प्रणय प्रभात*
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
दीपक बवेजा सरल
सपना जो सच हो गया
सपना जो सच हो गया
Sudhir srivastava
ज़िन्दगी  का  हिसाब ऐसा है
ज़िन्दगी का हिसाब ऐसा है
Dr fauzia Naseem shad
विरासत की वापसी
विरासत की वापसी
Laxmi Narayan Gupta
कुहुक कुहुक
कुहुक कुहुक
Akash Agam
सीमाओं का परिसीमन
सीमाओं का परिसीमन
Nitin Kulkarni
10. जिंदगी से इश्क कर
10. जिंदगी से इश्क कर
Rajeev Dutta
गीत नया गाता हूं।
गीत नया गाता हूं।
Kumar Kalhans
रोला छंद
रोला छंद
seema sharma
क्षमता वह हैं जो आप करने में सक्षम हैं, प्रेरणा निर्धारित कर
क्षमता वह हैं जो आप करने में सक्षम हैं, प्रेरणा निर्धारित कर
ललकार भारद्वाज
औरतें ऐसी ही होती हैं
औरतें ऐसी ही होती हैं
Mamta Singh Devaa
"यहां हमारी सारी ख्वाहिशें निर्माणाधीन हैं ll
पूर्वार्थ
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
व्यक्ति और विचार में यदि चुनना पड़े तो विचार चुनिए। पर यदि व
Sanjay ' शून्य'
उसने अपना पसीना बहाया है
उसने अपना पसीना बहाया है
gurudeenverma198
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
नशा
नशा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
हृदय के राम
हृदय के राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
'उड़ाओ नींद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन
'उड़ाओ नींद के बादल खिलाओ प्यार के गुलशन
आर.एस. 'प्रीतम'
आत्मविश्वास से लबरेज व्यक्ति के लिए आकाश की ऊंचाई नापना भी उ
आत्मविश्वास से लबरेज व्यक्ति के लिए आकाश की ऊंचाई नापना भी उ
Paras Nath Jha
उपसंहार  ……..
उपसंहार ……..
sushil sarna
घर-घर तिरंगा
घर-घर तिरंगा
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
4156.💐 *पूर्णिका* 💐
4156.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सुबह
सुबह
indravidyavachaaspatitiwari
संवरिया
संवरिया
Arvina
"ये तन किराये का घर"
Dr. Kishan tandon kranti
नेकी जिसके खून में
नेकी जिसके खून में
RAMESH SHARMA
स्वान की पुकार/ svaan ki pukar by karan Bansiboreliya
स्वान की पुकार/ svaan ki pukar by karan Bansiboreliya
Karan Bansiboreliya
उसे बुला कर देखें कई,मर्तबा
उसे बुला कर देखें कई,मर्तबा
Keshav kishor Kumar
Loading...