Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Mar 2023 · 1 min read

सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।

सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
चली आओ सभी सखियाँ,करें हुड़दंग होली में।
किसी ने भाँग खायी तो, पुता आनन किसी का है,
जिधर देखो वहीं दिखते, अजब खुशरंग होली में।
© सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद

2 Likes · 644 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ.सीमा अग्रवाल
View all

You may also like these posts

समाज का अलंकार
समाज का अलंकार
Rambali Mishra
நீ இல்லை
நீ இல்லை
Otteri Selvakumar
जब कभी प्यार  की वकालत होगी
जब कभी प्यार की वकालत होगी
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ये तुझे पा लेने की चाहत ही है।
ये तुझे पा लेने की चाहत ही है।
Rj Anand Prajapati
महुआ फूल की गाथा
महुआ फूल की गाथा
GOVIND UIKEY
..
..
*प्रणय प्रभात*
ढलती साँझ
ढलती साँझ
शशि कांत श्रीवास्तव
सांझ सुहानी मोती गार्डन की
सांझ सुहानी मोती गार्डन की
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
3282.*पूर्णिका*
3282.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Right to select
Right to select
Shashi Mahajan
खुली क़िताब पढ़ने एक उम्र बिताना ज़रूरी है,
खुली क़िताब पढ़ने एक उम्र बिताना ज़रूरी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ।
सच्चाई सब जानते, बोलें फिर भी झूठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
কবিতা : করুণার আশে, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
কবিতা : করুণার আশে, রচয়িতা : সোহম দে প্রয়াস।
Sohom Dey
तमाशा लगता है
तमाशा लगता है
Vishnu Prasad 'panchotiya'
Holiday
Holiday
Dr. Vaishali Verma
रात रोशन सड़क के खम्भों से होती हैं
रात रोशन सड़क के खम्भों से होती हैं
Neeraj Kumar Agarwal
জপ জপ কালী নাম জপ জপ দুর্গা নাম
জপ জপ কালী নাম জপ জপ দুর্গা নাম
Arghyadeep Chakraborty
ध्यान एकत्र
ध्यान एकत्र
शेखर सिंह
तड़प
तड़प
sheema anmol
आओ तुम्हें चाँद पर ले जाएँ
आओ तुम्हें चाँद पर ले जाएँ
Indu Nandal
ये फरवरी भी ना जाने..
ये फरवरी भी ना जाने..
Vishal Prajapati
एक मधुर संवाद से,
एक मधुर संवाद से,
sushil sarna
अनंत है जिंदगी अनन्त के लिए
अनंत है जिंदगी अनन्त के लिए
Anant Yadav
मैं खुद से ही खफा हूं ..
मैं खुद से ही खफा हूं ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
मनीआर्डर से ज्याद...
मनीआर्डर से ज्याद...
Amulyaa Ratan
मेरे शब्दों को कहँ दो ...
मेरे शब्दों को कहँ दो ...
Manisha Wandhare
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
किसान
किसान
विक्रम सिंह
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
मुझे बेज़ार करने के उसे भी ख़्वाब रहते हैं
अंसार एटवी
- एक तरफ विश्वास दूसरी तरफ विश्वासघात -
- एक तरफ विश्वास दूसरी तरफ विश्वासघात -
bharat gehlot
Loading...