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18 Mar 2024 · 1 min read

तड़प

उफ्फ्फ यह तड़प,
सागर की लहरों की l

कैसे, किनारे रूपी प्रेमी से,
मिलने के लिए उछलती है l

अपने प्रेमी को छूकर भी,
ख़ुश हो जाती है l

इनकी इस समर्पणता से,
देखकर दिल भर आया l

तड़प, समर्पण भाव,
फिर अलग होना, कितना अद्भुत है l

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