Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jan 2023 · 1 min read

जीवन की सांझ

चारों तरफ अंधेरा
खोया कहीं सबेरा।

पथ में बहुत हैं काँटे
खल तामसी सताते।
कोई लगे न अपना
जीवन है एक सपना।।

कैसे मैं राह पाऊं
डूबूँ या पार जाऊं।

जीवन की साँझ है क्या ?
रूख़सत का जाम है क्या ?
जोड़ा बहुत ये सत है –
चलता वही जो पथ है।।

गम का यहाँ बसेरा
तम छा गया घनेरा।

गीता बचन अमर है
जीवन ये बस समर है।
हारा न कोई जीता
सबकी यही डगर है।

नियंता ही बस चितेरा –
मत सोच तू अकेला।।

2 Likes · 319 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Girish Chandra Agarwal
View all

You may also like these posts

कर्त्तव्य
कर्त्तव्य
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
Rituraj shivem verma
ग्रहों की चाल
ग्रहों की चाल
प्रदीप कुमार गुप्ता
जीवन के लक्ष्य,
जीवन के लक्ष्य,
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
नींद, ख्वाब
नींद, ख्वाब
हिमांशु Kulshrestha
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
किसने क्या खूबसूरत लिखा है
शेखर सिंह
भावी युद्ध ...
भावी युद्ध ...
SURYA PRAKASH SHARMA
राष्ट्र धर्म
राष्ट्र धर्म
Dr.Pratibha Prakash
“What People Will Not Say !
“What People Will Not Say !
fyisahmed81
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
ARPANA singh
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
वज़्न -- 2122 1122 1122 22(112) अर्कान -- फ़ाइलातुन - फ़इलातुन - फ़इलातुन - फ़ैलुन (फ़इलुन) क़ाफ़िया -- [‘आना ' की बंदिश] रदीफ़ -- भी बुरा लगता है
Neelam Sharma
पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह) समीक्षा
पूर्वोत्तर का दर्द ( कहानी संग्रह) समीक्षा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
इश्क तो कर लिया कर न पाया अटल
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
*सत्य की खोज*
*सत्य की खोज*
Rambali Mishra
Mostly relationships will get “Boring” after you have been t
Mostly relationships will get “Boring” after you have been t
पूर्वार्थ
वो अनजाना शहर
वो अनजाना शहर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
तर्कश से बिना तीर निकाले ही मार दूं
तर्कश से बिना तीर निकाले ही मार दूं
Manoj Mahato
मुहब्बत क्या बला है
मुहब्बत क्या बला है
Arvind trivedi
हमारा पहला प्यार : हमारा दोस्त
हमारा पहला प्यार : हमारा दोस्त
ओनिका सेतिया 'अनु '
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
इक रोज़ हम भी रुखसत हों जाएंगे,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मोनालिसा
मोनालिसा
Dr. Kishan tandon kranti
क्या सुधरें...
क्या सुधरें...
Vivek Pandey
जागरण के पाठ।
जागरण के पाठ।
Acharya Rama Nand Mandal
बहता काजल पलक से उठाने दे ज़रा ।
बहता काजल पलक से उठाने दे ज़रा ।
sushil sarna
कविता
कविता
Nmita Sharma
संदेश
संदेश
Shyam Sundar Subramanian
मुझे नज़र आती है
मुझे नज़र आती है
*प्रणय प्रभात*
महाकुंभ
महाकुंभ
Dr Archana Gupta
उलझा रिश्ता
उलझा रिश्ता
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...