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14 Oct 2022 · 1 min read

तेरा एहसास

तेरा एहसास
जी के देखा है
लम्स की तेरी
महकी खुशबू को
मैंने खुद में
बिख़रते देखा है
के लफ़्ज़ों के
एक सहारे को
दर्द को अपने
छू के देखा है
ख़्वाब था या
कोई हक़ीक़त थी
खुद को तुझमें
सिमटते देखा है ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
14 Likes · 319 Views
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