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31 Dec 2020 · 1 min read

#अलविदा 2020 - (वर्ष 2020 की यादगार बातें)

#वर्ष दो हज़ार बीस की यादगार बातें..

देखे कितने साल पर,बीस बीस कुछ खास।
लेकर हद से भी अधिक,दिया नया अहसास।।//1//

लाचार हुए बंद भी,रोग शोक भय भार।
रोज़गार भी छिन गए,ठप्प हुए व्यापार।।//2//

देखे कृषक अधीर मन,जिद्दी इक सरकार।
पूँजीवादी सोच कर , लूट रही अधिकार।।//3//

सीएए का नव नियम,खोले हिंसा द्वार।
सरकारी फ़रमान यह,बना देश पर भार।।//4//

कोरोना इक शत्रु बन , लेता जाए जान।
जनमन में भर ख़ौफ़ को,हँसता रावण शान।।//5//

विद्यार्थी के ज्ञान को,करता वर्ष उदास।
बीस बीस को ध्यान कर,रोयेगा हर साँस।।//6//

मंदिर मस्ज़िद बंद हो,मदिरालय की चाल।
सुरा शक्ति जिस देश की,तन मन से कंगाल।।//7//

प्रकृति शांत होकर हँसी,मनुज किया भयभीत।
मनुज हेतु ही सब रचा,कोरोना भय मीत।।//8//

दान मान सहयोग जन,प्रीत रीत साकार।
डर में अपने संग पर,बरसाते सब प्यार।।//9//

समझे सेवा भाव को,कोरोना उपकार।
डॉक्टर मन प्रभु सम बने,पुलिस कर्म साकार।।//10//

विपदा सबको जोड़ती,भरती मन सुविचार।
बीस बीस का वर्ष ये,सिखा गया संस्कार।।//11//

उन्नीस नहीं बीस है,बीस बीस का वर्ष।
संकट हल संस्कार से,संस्कारी उत्कर्ष।।//12//

संस्कारों की हानि हो,करें प्रकृति संकेत।
कोरोना सम दूत को ,भेजे करे सचेत।।//13//

#आर.एस.’प्रीतम’
?सर्वाधिकार सुरक्षित #दोहे

#??प्रभु से प्रार्थना करता हूँ दो हज़ार इक्कीस सबके लिए उज्ज्वल अनुपम दृश्यों भावों को संजोकर सुख समृद्धि लेकर आए और सबको प्रगति पथ पर अग्रसर करने हेतु नव अवसर प्रदान करे।#??

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