हिन्दी सूरज नील गगन का

हिंदी सूरज नील गगन का
मैं अवधी हूँ चांद चमन का,
कहे मैथिली राज लगन का|
बंगाली असमी जन गण का,
मलयाली लालित्य लगन का|
कन्नड़ और तमिल भी कहते,
सत्य सनातन परंपरा है|
समृद्ध व्याकरण है हिंदी में,
हिंदी सूरज नील गगन का|
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम